बक्सर. नगर में संचालित सरकारी आइटीआइ परिसर नगर परिषद के एक बड़े भूभाग का जल निस्तारण केंद्र बना हुआ है. जल निस्तारण केंद्र नया बाजार के वार्ड विभिन्न वार्डों के साथ ही वीर कुंवर सिंह कॉलोनी का भी पानी का निस्तारण हो रहा है. जिसके कारण आईटीआई पहले दिन की बारिश से ही जल मग्न हो गया है. बक्सर चौसा मुख्य मार्ग से आईटीआई परिसर स्थित क्लास रूम की भवन तक छात्रों को अब पानी में प्रवेश कर शिक्षा पाने के लिए पहुंचना होगा. आइटीआइ परिसर स्थित सड़क जलमग्न हो गया है. जिससे आइटीआइ छात्रों के साथ ही शिक्षकों की भी परेशानी बढ़ गयी है. नया बाजार के हजारों की आबादी के घरों की नालियां सीधे सड़क पर खुलती है. जो पानी बक्सर चौसा सड़क के किनारे बहते हुए निचले भाग में स्थित आईटीआई परिसर के पास पहुंचता है. जहां से आगे निस्तारण नहीं होने से नालियों के पानी का निस्तारण आईटीआई परिसर में हो जाता है. जिससे आईटीआई भवन पूरी तरह से टापू में तब्दिल हो गया है. भवन तक पहुंचने वाली सड़क डूब गये है. जिससे छात्रों की परेशानी शुरू हो गयी है. यदि निस्तारण की व्यवस्था नहीं हुई तो इस बार नया बाजार के साथ ही वीर कुंवर सिंह कॉलोनी भी डूब सकता है. आईटीआई परिसर के बाद जल निकासी की व्यवस्था अभी तक नहीं हो पाया है. जिसके कारण घर के नालियों का बहाव सड़क के किनारे हो रहा है. जो कच्ची नालियों के सहारे बहते हुए निचले भाग में स्थित आईटीआई परिषद पहुंचता है. जहां जलजमाव की वजह से पूरा आईटीआई परिसर जलमग्न हो गया है. जिसका निदान नगर परिषद द्वारा अब तक नहीं किया गया है. जिसके कारण आईटीआई परिसर स्थित क्लासरूम एवं भवन के चारों तरफ जल जमा हुआ है. जिससे बदबू भी निकल रही है. इस बार समस्या पीडब्ल्यूडी की वजह से कायम हुई है. जेल पइन रोेड के किनारे नाला निर्माण भी कराया जाना है. आईटीआई परिसर के पास नाले का निर्माण कार्य अभी नहीं होने से जल निकासी की समस्या कायम हो गई है. जहां से जल निकासी फिलहाल संभव नहीं दिख रहा है. पीडब्ल्यूडी के कार्य में देर की वजह से डूब सकते है कई मुहल्ले जेल पइन रोड के सामानांतर जल निकासी को लेकर बड़ा नाला का भी निर्माण आईटीआई परिसर से धोबीघाट तक कराया जा रहा है. सड़क के सामानांतर बन रहे नाला का निर्माण पूरा नहीं होने से आईटीआई परिसर ही जल निस्तारण केंद्र बन गया है. जहां नगर के आधा दर्जन से ज्यादा की संख्या मेें वार्डों के नाले की जल का निस्तारण हो रहा है. आईटीआई परिसर के पास कुछ दूरी तक नाला का निर्माण पूरा नहीं हुआ है. बल्कि नाला पूरी तरह ब्लॉक हो गया है. जिसके कारण जल का निकासी नहीं हो रहा है. इससे नया बाजार के साथ ही वीर कुंवर सिंह कॉलोनी की नीचले इलाके, वीवी गंज के बड़े भूभाग का जल निस्तारण नहीं हो पाएगा. जिससे पूरा बड़ा भूभाग जलमग्न अभी पहली बारिश में ही हो गया है. नाला व सड़क का निर्माण कार्य पीडब्ल्यूडी के माध्यम से कराया जा रहा है. जिसका नाला निर्माण का कार्य पूरा नहीं हुआ है. जिसके कारण इस बार जल जमाव की अपेक्षाकृत ज्यादा परेशानी बड़ी आबादी को झेलनी पड़ेगी. 2 किलोमीटर तक का पहुंचता है पानी नगर परिषद द्वारा जल निकासी को लेकर कच्ची नाले की खुदाई जेल पइन रोड के समानांतर करते हुए धोबी घाट लाकर सोन कैनाल नहर में गिराया गया था. लेकिन पक्के नाले का निर्माण पीडब्ल्यूडी के माध्यम से एजेंसी द्धारा कराया जा रहा है. एजेंसी की सुस्त रवैये के कारण अभी नाला का निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ है. आइटीआइ परिसर के पास ही नाला अधूरा है. जिससे पानी का बहाव नहीं हो रहा है. इससे आइटीआइ परिसर ही एक बड़ी आबादी के साथ बड़े भूभाग के घरों के पानी का निस्तारण केंद्र कई वर्षों से बना हुआ है. बारिश के साथ ही आईटीआई परिसर पूरी तरह से जलमग्न हो जाता है. नाले के अभाव में पानी का बहाव नहीं हो रहा है. जिससे जलजमाव की समस्या जस की तस बनी हुई है. ज्ञात हो कि आईटीआई परिसर में नया बाजार के लगभग सभी वार्डों का पानी का बहाव मठिया मोड़ होते हुए बक्सर चौसा सड़क के किनारे से होता है. जिसके कारण आईटीआई बक्सर का पूरा परिसर जलमग्न हो गया है. जबकि नगर परिषद द्वारा इस समस्या के समाधान को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है. जिसके कारण जलजमाव की यह समस्या काफी गंभीर रूप ले लिया है. आईटीआई का भवन पूरी तरह टापूनुमा बन गया है. फील्ड का 80 प्रतिशत हिस्सा लगातार जलमग्न होने के कारण झाड़ियों से भर गया है. वहीं पहली बारिश के साथ ही समस्या कायम हो गई है. आईटीआई परिसर की सड़क पर पानी भर गया है. 26 एकड़ में फैला है आईटीआई बक्सर आइटीआइ क्षेत्र 25.96 एकड़ में फैला हुआ है. जिसमें डीआरसीसी व महिला आइटीआइ की भी स्थापना की गयी है. फरवरी 2010 में आइटीआइ के नया भवन का निर्माण हुआ था. आइटीआइ में काफी संख्या में छात्र-छात्राएं नामांकित है. सरकारी महिला आइटीआइ के साथ ही आइटीआइ बक्सर में एक दर्जन फैकल्टी फिटर, टर्नर, इलेक्ट्रिशियन, मशीनिस्ट, ट्रैक्टर मैकेनिक, वायरमैन, प्लंबर, वेल्डर समेत अन्य शामिल है. जहां काफी संख्या में छात्र-छात्राएं नामांकित है. संस्थान के करीब भवन को छोड़कर सभी भू भाग में जलजमाव की समस्या है. कहते है कार्यपालक पदाधिकारी बीच में नाले का जो काम अधूरा पड़ा है उस जगह को कनेक्ट किया जा रहा है. जिससे जलजमाव की निकासी हो सके तथा जलजमाव की समस्या को खत्म किया जा सके. अमित कुमार कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद बक्सर.
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