फाइल-11- जलमीनार से पेयजलापूर्ति ठप्प, चौसा में पेयजल संकट गहरायाजलमीनार का बोरिंग हुआ जाम,पेयजल के लिए हजारों की आबादी त्रस्त
Chausa me peyajal sankat gaharaya
फोटो-9- चौसा स्थित जलमीनार चौसा. नगर पंचायत चौसा स्थित शेरशाह गढ़ के पास बने जलमीनार की बोरिंग में तकनिकी खराबी के चलते पिछले पांच दिनों से पेयजलापूर्ति बंद हो जाने से हजारों की आबादी के समक्ष पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गई है. लोगों ने बताया कि चौसा जलमीनार की बोरिंग की पाईप जाम हो जाने के चलते उक्त जलमीनार से पेयजलापूर्ति विगत पांच दिनों से बंद है. जिसकी जानकारी विभागीय पदाधिकारियों के यहाँ भी दी गई परंतु आजतक उसे ठीक नहीं किया गया जिससे नरबतपुर व चौसा के लोगों को पेयजल की समस्या से जूझना पड़ रहा है. बतादें कि 75 हजार गैलन क्षमता का शेरशाह गढ़ पर बने जलमीनार का पानी की सप्लाई नगर पंचायत के नरबतपुर के साथ बारा मोड़, चांदी मोड़, दुर्गा मंदिर, बाजार, कृष्णापुरी, बहादुरपुर तक की जाती है. उक्त जगहों पर बसर करने वाले अधिकत्तर परिवारों के घरों में जलमीनार का पानी ही सप्लाई होता है. ऐसे में विभागीय उदासीनता व लापरवाही के चलते पांच दिनों से खराब उक्त जलमीनार की बोरिंग की खराबी को आज तक ठीक नहीं किये जाने से हजारों लोगों के समक्ष पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गई है. और पेयजल को लेकर इधर-उधर भटकने को मजबूर लोगों में अब पीएचईडी विभाग प्रति धीरे-धीरे आक्रोश पनपने लगा है.इस संबंध में पीएचईडी जेई आर. के. राम ने बताया कि नरबतपुर जलमीनार के बगल में स्थित मिडिल स्कूल परिसर में बोरिंग लगाया जा रहा है. स्कूल और जलमीनार के बोरिंग का जलस्तर की गहराई समान होने की वजह से जलमीनार के बोरिंग का पाईप जाम हो गया है. जबतक स्कूल के बोरिंग का कार्य पूर्ण रूप से हो नहीं जाता तबतक जलमीनार के बोरिंग की सफाई संभव नहीं है. स्कूल के बोरिंग का काम पूरा होते ही जलमीनार के बोरिंग की सफाई करा दी जायेगी.
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