ट्रेनों में लूटपाट करने वाले गिरोह का तार शराब तस्करी से हैं जुडा, बलपूर्वक लूट लेते हैं शराब

गत सोमवार को मुफस्सिल थाना के पांडेयपट्टी से हथियार के साथ गिरफ्तार राहुल यादव ने बक्सर एसपी शुभम आर्या को पुलसिया पूछताछ में बताया कि उनका गिरोह ट्रेनों में यात्रियों के साथ लूटपाट तो करते ही है,

By Prabhat Khabar News Desk | October 2, 2024 10:25 PM

बक्सर.

गत सोमवार को मुफस्सिल थाना के पांडेयपट्टी से हथियार के साथ गिरफ्तार राहुल यादव ने बक्सर एसपी शुभम आर्या को पुलसिया पूछताछ में बताया कि उनका गिरोह ट्रेनों में यात्रियों के साथ लूटपाट तो करते ही है, मुख्य काम उनका यह है कि वे डीडीयू से विभिन्न ट्रेनों में छिपाकर लायी जा रही शराब को लूटने का काम भी करते हैं. गिरफ्तार अपराधी ने पुलिस को बताया कि यूपी की सीमा से ट्रेनों के माध्यम से तस्करी की शराब लेकर आने वाले शराब तस्करों से भी वे लोग डरा-धमकाकर शराब लूट लेते हैं. शराब लूटने के क्रम में वे आरा, पटना और फतुहा के शराब तस्करों के साथ ट्रेनों में मारपीट करने की घटना को अंजाम देने से भी नहीं हिचकते हैं. एसपी की मानें तो इन सभी का तार शराब तस्करों से जुड़ा है. नाम नहीं छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने कहा कि ट्रेनों में शराब लूटने वाले गिरोह का मुख्य सरगना विशाल तिवारी और विशाल श्रीवास्तव हैं. हालांकि ये दोनों नाम बक्सर में शराब तस्करी के मामले में कई बार सामने आ चुका है. मगर पुलिस की पकड़ से वे अभी भी काफी दूर हैं. हालांकि पुलिस अधीक्षक की मानें तो ट्रेनों में शराब लूटने वाले गिरोह के मुख्य सरगना का पता लगाने की कवायद जारी है. उनका कहना है कि गिरोह में शामिल सभी शातिर अपराधी हैं. जिनका पूर्व से आपराधिक इतिहास रहा है. गौरतलब है कि पंडित दीन दयाल जंक्शन से लेकर पटना और फतुहा स्टेशन तक ट्रेन के माध्यम से शराब तस्करी किया जाता है. जिसे रेलवे पुलिस भी स्वीकार कर रही है. रेलवे पुलिस का कहना है कि पंडित दीन दयाल जंक्शन से पटना जाने वाली वैसी ट्रेनें जिनका ठहराव बक्सर और आरा में नहीं है. इन ट्रेनों की बोगियों में शराब तस्कर यूपी के पंडित दीनदयाल जंक्शन से लेकर कुछमन, सकलडीहा, धीना और दिलदार नगर से शराब तस्करी करते हैं. जिसमें तमाम स्टेशनों के जीआरपी की मिलीभगत होती है. रेलवे पुलिस की बातों को ही यदि सच माना जाए तो पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन से जैसे ही ट्रेन जिसमें शराब लदी रहती है. वैसे ट्रेनों के बारे में विशाल नाम के शराब तस्करों के गैंग के सदस्य ट्रेन के बक्सर आते ही उनमें काफी संख्या में सवार होकर उनसे शराब छीन लेते हैं. शराब छीनने के क्रम में कई बार शराब तस्करों के बीच मारपीट की घटनाएं भी हो चुकी है. रेलवे पुलिस का कहना है कि विशाल नाम दोनों शराब तस्कर गैंग के पास पचास-पचास की संख्या में सदस्य काम करते हैं. जो बिना पैसा लगाए ट्रेनों में छिपाकर यूपी से लायी जा रही शराब को छीनकर बक्सर में बेचते हैं.

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