बक्सर. जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल की अध्यक्षता में उद्योग विभाग द्वारा संचालित योजनाओं पीएमइजीपी, पीएमइजीपी-2 व पीएमएफएमइ एवं पीएमएफएमई योजना अंतर्गत ऋण स्वीकृति एवं वितरण कैंप का आयोजन समाहरणालय सभाकक्ष में की गयी. ऋण वितरण कैंप में पीएमईजीपी योजना अन्तर्गत कुल 19 जिसमें 8 लाभुकों को ऋण स्वीकृति व 11 लाभुकों को वितरण पत्र तथा पीएमएफएमइ योजना अन्तर्गत कुल 22 जिसमें 20 लाभुकों को ऋण स्वीकृति व दो लाभुकों को वितरण पत्र जिलाधिकारी द्वारा वितरित किया गया हैं, दोनों योजना अन्तर्गत कुल 41 लाभुकों को ऋण स्वीकृति व भुगतान किया गया. जिसमें कुल 235.54 लाख की राशि सन्निहित है. प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) अन्तर्गत सेवा क्षेत्र में अधिकतम 20 लाख एवं विनिर्माण क्षेत्र में अधिकतम 50 लाख ऋण उपलब्ध कराया जाता है, जिसमें ग्रामीण क्षेत्र के लाभुक को 25 प्रतिशत/35 प्रतिशत एवं शहरी क्षेत्र के लाभुक को 15 प्रतिशत/25 प्रतिशत अनुदान का प्रावधान इस योजना अंतर्गत है. प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम-2 अन्तर्गत वैसे आवेदक जिन्होंने पी.एम.ई.जी.पी.-01 एवं मुद्रा ऋण योजना के तहत बैंक से ऋण प्राप्त कर लिया हो तथा तीन वर्षों से कार्यरत इकाईयाँ, जो टर्म लोन की आदायगी बैंकों को कर दिया हो. उन्हे 15 प्रतिशत अनुदान की दर से 1.00 करोड़ रुपये तक का ऋण प्रदान किया जाता है. प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना अन्तर्गत खाद्य प्रसंस्करण प्रक्षेत्र के उद्योगों को 35 प्रतिशत की दर से अधिकतम 10.00 लाख रुपये अनुदान प्रदान किया जाता है. जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि अधिकारी एवं बैंकर्स यह सुनिश्चित करें कि अधिक से अधिक लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ प्राप्त होता कि रोजगार सृजन के साथ-साथ लोगों के आर्थिक स्थिति में सुधार हो. शिविर में सहायक उद्योग निदेशक, उद्योग विभाग, बिहार, पटना, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र, बक्सर, अग्रणी बैंक प्रबंधक, बक्सर एवं सभी बैंको के जिला समन्वयक, शाखा प्रबंधक एवं विभिन्न योजनाओं के लाभुक सम्मिलित हुए.
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