मरीज का शव नहीं उठाने पर सफाईकर्मियों को निकाला, विधायक के औचक निरीक्षण में उठा मामला

अनुमंडल अस्पताल में ओपीडी संचालन एवं सफाई के लिए नियुक्त आउटसोर्सिंग एजेंसी द्वारा जारी अनियमितता भ्रष्टाचार तथा महिला सफाई कर्मियों के साथ अपमानजनक व्यवहार की शिकायत मिलने पर बुधवार को विधायक डाॅ अजीत कुमार सिंह अनुमंडल अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | June 26, 2024 11:06 PM

डुमरांव.

अनुमंडल अस्पताल में ओपीडी संचालन एवं सफाई के लिए नियुक्त आउटसोर्सिंग एजेंसी द्वारा जारी अनियमितता भ्रष्टाचार तथा महिला सफाई कर्मियों के साथ अपमानजनक व्यवहार की शिकायत मिलने पर बुधवार को विधायक डाॅ अजीत कुमार सिंह अनुमंडल अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के क्रम में अस्पताल की महिला सफाईकर्मियों ने बताया कि अनुमंडल अस्पताल में नियम के हिसाब से 22 सफाई कर्मियों का पद है, जिसमें मात्र 12 महिलाएं ही तीन शिफ्ट में काम करती हैं. बाकी का कोई अता पता नहीं है. बाकी के बारे में ना तो सफाई कर्मी जानते हैं और ना ही अस्पताल के अन्य अधिकारी या कर्मचारी. सफाई का सारा जिम्मा महिला कर्मियों पर है, यहां तक की जेनरेटर चलाने वाला कर्मचारी भी अस्पताल में नहीं आता है. महिला सफाई कर्मियों के साथ सुपरवाइजर का काम कर रहें एक अन्य पुरुष सफाईकर्मी द्वारा बेहद अपमानजनक व्यवहार किया जाता है. उनके शरीर के बारे में भद्दी टिप्पणी किये जाने के साथ-साथ ही उनसे बेहद अश्लील बातें भी की जाती हैं. यहां तक की मरीजों के शव को भी उठाने के लिए विवश किया जाता है. जब महिलाएं इनका विरोध करती हैं, तो उसे या तो निकाल दिया जाता है. तीन सफाई कर्मियों को निकाला गया है. अस्पताल प्रशासन इन महिला कर्मियों की बातों को नहीं सुनते और नहीं कोई कार्रवाई ही करते हैं. जिससे स्पष्ट होता है कि इस पूरे मामले में लूट और अन्य में एनजीओ के साथ-साथ अस्पताल अधीक्षक भी संकलित हैं. जांच के दौरान यह बात भी सामने आयी की सफाई कर्मियों के वेतन भुगतान में भी भारी और अनियमितता है. जिले के उच्च स्तरीय जांच में ये साबित होने के बावजूद भी आउटसोर्सिंग एजेंसी पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. विधायक ने कहां कि इस मामले को आगामी मानसून सत्र में इसे विधानसभा में उठाया जायेगा. विधायक ने अस्पताल प्रबंधन को एक सप्ताह का मोहलत दिया. ताकि मामले में कोई ठोस कारवाई हो. बता दें कि विधायक के औचक निरीक्षण में जनरेटर संचालन में शिथिलता देखने को मिली. चार बार लाइट कटने के बाद जनरेटर चलाने में विलंब हुआ. जिस पर विधायक ने इस पर उपाधीक्षक का ध्यान केंद्रित कराया. निरीक्षण के दौरान अस्पताल के उपाधीक्षक डाॅ गिरीश कुमार और अस्पताल प्रबंधक देवेंद्र तिवारी, डाॅ सुमित सौरभ, डाॅ शिव कुमार चौधरी, डाॅ रश्मि, डाॅ जुनैद, रेडियोलाजिस्ट प्रेमचंद प्रसाद के साथ नीरज कुमार, मो नासिर हसन, सुरेंद्र प्रसाद सहित अन्य उपस्थित रहे.

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