बाल विवाह रोकने के लिए मंदिरों में सदस्य तैनात

बाल विवाह रोकने के लिए मंदिरों में चौकसी बढ़ाने के लिए यानी बाल विवाह नहीं करने को लेकर जिले के विभिन्न मंदिरों में सदस्य तैनात किए गए.

By Prabhat Khabar News Desk | April 21, 2024 9:53 PM

डुमरांव. बाल विवाह रोकने के लिए मंदिरों में चौकसी बढ़ाने के लिए यानी बाल विवाह नहीं करने को लेकर जिले के विभिन्न मंदिरों में सदस्य तैनात किए गए. कोआर्डिनेटर संजय कुमार सिंह ने बताया कि कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन, यूएस एवं दिशा एक प्रयास, बक्सर के सहयोग से बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत बक्सर जिले के विभिन्न प्रखंड के प्रसिद्ध मंदिरों में होने वाले बाल विवाह रोकथाम हेतु जिले के सभी मंदिरों में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के समाजसेवी एवं चाइल्डलाइन बक्सर द्वारा बाल विवाह पर नजर रखने का कार्य 19 अप्रैल से लेकर अक्षय तृतीया तक रखा जायेगा. जिसके तहत विभिन्न मंदिरों में बाल विवाह पर रोक लगाया जाएगा एवं उन्हें बाल विवाह नहीं करने का निर्देश दिया जायेगा. ताकि इस जिले में कहीं भी बाल विवाह नहीं हो सके. डुमरांव के प्रसिद्ध काली मंदिर में संजय कुमार गुप्ता, तुहीन सिंह एवं अभिषेक कुमार, मां डुमरेजनी मंदिर में रोशन कुमार, शत्रुधन कुमार, अभिषेक पाठक, जंगली नाथ बाबा मंदिर में दीपक कुमार, अनीश कुमार सिंह एवं गीता देवी, वही बक्सर के मंदिरों में खुशी कुमारी, अजय कुमार रोशन एवं मीरा कुमारी सहित अन्य मंदिरों में स्थापित किया गया है. बक्सर जिला के कई प्रखंडों में बाल विवाह होने की खबर मिलते ही कई बाल विवाह को रुकवाया गया तथा समझा बूझकर बताया गया कि जब तक लड़की का उम्र 18 वर्ष ना हो जाए या लड़के का उम्र 21 वर्ष ना हो जाए तब तक उनका शादी ना करें. नहीं तो उनके लिए दंड का भी प्रावधान है. अगर कहीं बाल विवाह होते हुए कोई भी समाज के विद्वान, समाजसेवी, शिक्षक या अन्य लोग देखें या सुने तो कृपया 112, 1098 या बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के कार्यालय या हमारे सदस्यों को सूचना दे सकते हैं. ताकि बक्सर जिला को बाल विवाह मुक्त किया जा सके. इसमें समाज के प्रत्येक व्यक्ति के सहयोग के बिना यह संभव नहीं हो सकता है. हम सब मिलकर इस मुहिम को सफल बनाएं.

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