Buxar News: छह डिग्री पर पहुंचा पारा, बढ़ी कनकनी

जिले में पछुआ हवा के कारण ठंड का असर काफी बढ़ गया है. सुबह व शाम को लोगों की परेशानी बढ़ने लगी है. पछुआ हवा के कारण सुबह व शाम में ठंढ का प्रभाव बढ़ गया है

By Prabhat Khabar News Desk | December 12, 2024 9:59 PM

बक्सर

. जिले में पछुआ हवा के कारण ठंड का असर काफी बढ़ गया है. सुबह व शाम को लोगों की परेशानी बढ़ने लगी है. पछुआ हवा के कारण सुबह व शाम में ठंढ का प्रभाव बढ़ गया है. कनकनी कायम हो गयी है. वहीं सुबह में धूप निकलने से लोगों को कुछ राहत मिल रही है. लेकिन पछुआ हल्की हवा के कारण घरों में भी ठंड का प्रभाव बढ़ गया है. ठंड के कारण बच्चों व बुजुर्गों की परेशानी बढ़ गयी है. इसके साथ ही ठंड के कारण मौसमी बीमारी से प्रभावित लोगों की संख्या में भी काफी वृद्धि हो गयी है. जिले का न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस व अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है.

बच्चों व बूढ़ों को रहना है

सतर्क

जिससे बच्चे एवं बूढ़ों की परेशानी काफी बढ गयी है. इनके साथ थोडी असावधानी से परेशानी कायम हो सकती है. पछुआ हवा के कारण सूर्य की रोशनी से गर्माहट अपेक्षाकृत कम मिल रही है. सूर्य की रोशनी में थोड़ी गर्मी महसूस हुई वहीं छाया में आने के साथ ही शरीर में कंपकपी कायम हो रही है. इससे लोग सुबह व शाम में अपने घरों में ही कैद होने लगे है. जिससे वे ठंड से बच सकें. ठंड के कारण सड़कों पर भी लोगों की आवाजाही कम होने लगी है. पिछले 3 दिनों से कनकनी में इजाफा हो गया है. पछुआ हवा के कारण जनजीवन प्रभावित होने के साथ ही फसल एवं जानवर भी काफी प्रभावित होने लगे हैं.

ठंड से पीड़ित मरीजों की बढ़ी संख्या

ठंड की वजह से जनजीवन काफी प्रभावित हो चुका है. सबसे ज्यादा प्रभाव बुजुर्गों व बच्चों पर पड़ा है. इसके साथ ही सुगर, वीपी के पीड़ित मरीजों को भी सावधानी बरतने की जरूरत है. ठंड के प्रभाव से इनकी परेशानी विशेष तौर पर और भी बढ सकती है. इन्हें हार्ट के साथ ही ब्रेन हेमरेज जैसी बीमारी का खतरा हो सकता है. इसको देखते हुए ऐसे लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है. सदर अस्पताल में प्रतिदिन 800 से 1000 मरीज इलाज कराने के लिए पहुंच रहे है. सदर अस्पताल के डॉ एससी मिश्रा ने बताया कि इन दिनों ठंड के बढ़ने से ज्यादातर सर्दी, खांसी, जुकाम व मौसमी बीमारी से पीड़ित मरीज ही पहुंच रहे हैं. अत्यधिक ठंड की वजह से बच्चों एवं बुजुर्गों की समस्या बढ़ सकती है. उन्हें सावधानी बरतनी चाहिए. जिससे वे ठंड से प्रभावित बीमारी का शिकार नहीं हो सके. इसके साथ ही ठंढा पानी एवं कोल्ड ड्रिंक से लोग परहेज करें. विशेष आवश्यकता होने पर ही घर से बाहर निकलें.

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