चौसा. एनएच-319 ए के लिए चौसा नगर क्षेत्र में अधिग्रहण की जा रही भूमि का वर्गीकरण एवं दर पुनर्निर्धारित करने की मांग भू-स्वामियों ने की है. राज्य के विकास के लिए क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछाने का कार्य तेजी से चल रहा है. जिसको लेकर एनएच 319-ए बाइपास का निर्माण प्रस्तावित है जिसको लेकर जगह जगह मिट्टी जांच का भी कार्य तेजी से चल रहा है. यह नेशनल हाइवे चौसा नगर पंचायत के न्यायीपुर, कनक नारायणपुर और अखौरीपुर गोला के होकर गुजर रहा है. उक्त बस्ती लोगों ने यह आरोप लगाया है कि भू-अर्जन कार्यालय से मुआवजा हेतु जो सूचना दिया गया है. उसमें जमीन का वर्गीकरण सही से नहीं किया गया है. जिसपर संबंधित अधिकारियों को आवेदन सौंप भूमि का वर्गीकरण एवं दर पुनर्निर्धारित करने की मांग किया है. बक्सर-कोचस स्टेट हाइवे के किनारे अखौरीपुर गोला के समीप व्यवसाय करने वाले शिकुमार सिंह ने बताया कि जो भूमि अखौरीपुर एवं कनक नारायणपुर मौजा में है. वह भूमि स्टेट हाइवे बक्सर-कोचस रोड पर स्थित है. जिसके भूस्वामियों का स्वयं का मकान, दुकान एवं कारखाना चल रहा है. जबकि जो मुआवजा संबंधित नोटिस मिला है उससे स्पष्ट होता है कि नगर पंचायत चौसा के अंतर्गत जो भी गाँव जैसे अखौरीपुर, कनक नारायणपुर, न्यायीपुर की जो जमीन अधिगृहीत की जा रही है वह ग्रामीण दर के (एमवीआर) 2014-2015 के आधार पर भुगतान किया जा रहा है. और नगर पंचायत क्षेत्र की जमीन को मुआवजा की राशि दो गुना या उससे भी कम करके दी जा रही है. जबकि ग्रामीण क्षेत्र जमीन का मुआवजा चार गुना दिया जा रहा है. इससे भू-धारी को काफी नुकसान हो रहा है. अगर हमें नगर पंचायत क्षेत्र में माना जाता है तो शहरी भुमि अंतर्गत पुनर्मूल्याकंन करा कर दर का निर्धारण किया जाए. या 2014-2015 के ग्रामीण क्षेत्र के एमवीआर के आधार पर ही भुगतान कराया जाय. मांग करने वाले में शंकर प्रसाद केशरी , विजय प्रसाद वर्मा , ओंकेश्वर केशरी, दशरथ प्रसाद केशरी , शांति देवी , विक्रम सिंह, भोला सिंह, विजय कुमार केशरी, अशोक केशरी, दीपक केशरी ,अविनाश केशरी, लालजी सिंह, रामेश्वर सिंह, जगदीश प्रसाद, राधेश्याम सिंह, रामयश सिंह , भूपेंद्र चौरसिया , संजय चौरसिया , राजू कुमार केशरी, सभापति सिंह आदि शामिल है.
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