Buxar News: जलजमाव से 72 घंटे में नहींं मिली निजात, तो होगा अंदोलन
Buxar News: प्रखंड के मठिला गांव के किसानों ने बैठक की. बैठक की अध्यक्षता किसान नीरज मिश्रा व संचालन मंशा मिश्रा ने की.
डुमरांव
. शुक्रवार को प्रखंड के मठिला गांव के किसानों ने बैठक की. बैठक की अध्यक्षता किसान नीरज मिश्रा व संचालन मंशा मिश्रा ने की. बैठक के दौरान उपस्थित किसान मुन्ना मिश्रा, बुजू मिश्रा, टूनटून मिश्रा, नारद मिश्रा, विजय कुमार मिश्रा, देवी दयाल मिश्रा, गोली यादव, कमल यादव, लुकड़ी यादव, प्रेमचंद यादव, ललन यादव, टुनटुन यादव, उमा यादव, छोटू राम, ललन राम, वेलास राम, प्रमोद राम, दुखी हजाम, चप्पू कोहार ने कहा कि मठिला गांव के किसानों का हर वर्ष रबी फसल जलमग्न होकर पानी में डूब जाता है. जिससे किसानों का लाखों रुपये का नुकसान होता है. इस दौरान किसानों ने जलमग्न हुए खेतों में लगे फसलों के डूबने को लेकर आक्रोश जताते हुए कहा कि लगातार 20 वर्षों से सैकड़ों बीघा में रबी फसल जलमग्न हो कर डूबकर बर्बाद हो जाता है, अब किसानों का संयम का बांध टूट रहा है. अगर किसानों के खेतों को इस जलजमाव से 72 घंटे में निजात नही मिला तो सैकड़ों किसान धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होकर सड़क पर उतरेंगे, किसानों ने कहा कि इसकी जानकारी प्रखंड व अनुमंडल के वरिय पदाधिकारियों को दी जा रही है. किसान मंशा मिश्रा ने कहा कि हम सभी किसान पानी के निकासी नहीं होने से 20 वर्षों से हताश परेशान हैं, हर साल सैकड़ों बीघा में लगे रबी फसल डुबकर बर्बाद हो जाते हैं, उन्होंने कहा कि इसको लेकर अदालत में भी मुकदमा हुआ था, इस समस्या से निजात दिलाने के लिए पीड़ित किसान वरिय पदाधिकारियों को सूचना वर्षों से देते आ रहे हैं परंतु किसी प्रकार की सुनवाई आज तक नहीं हुई, फसल के डुबने से अब किसानों को भोजन के आभाव में मुश्किलें उठानी पड़ेगी ऐसी हालत बन रही है, लोगों ने कहा कि इस बार की स्थिति किसानों को भुखमरी के कगार पर लाकर खड़ा कर दी है, किसानों ने कहा कि हम सभी को मुआवजे और अनुदान की जरूरत से ज्यादा जलनिकास की जरूरत है. अगर इसी तरह की स्थिति हमेशा बनी रहेगी तो किसान भुखमरी से मर जाएंगे और आने वाले दिनों में खेत बिक जायेंगे बच्चे बच्चियों की शादी भी नहीं हो सकेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है