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अब हर रोज आरटी-पीसीआर और ट्रूनेट से 375 लोगों की होगी जांच

बक्सर. वैश्विक महामारी कोरोना संकटकाल के बीच मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा नित्य नए फैसले लिए जा रहे हैं. जिससे कोरोना जांच में तेजी आए तथा संक्रमण पर काबू पाया जा सके.

By Prabhat Khabar News Desk | September 22, 2020 11:04 PM

बक्सर. वैश्विक महामारी कोरोना संकटकाल के बीच मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा नित्य नए फैसले लिए जा रहे हैं. जिससे कोरोना जांच में तेजी आए तथा संक्रमण पर काबू पाया जा सके. इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने जिलाधिकारी एवं सिविल सर्जन को पत्र लिखकर जिले में आरटी पीसीआर से प्रतिदिन 300 जांच तथा ट्रूनेट मशीन से 75 जांच करने का निर्देश जारी किया है. पूर्व निर्धारित लक्ष्य को संशोधित कर प्रतिदिन की जाने वाली जांच के लक्ष्य में वृद्धि की गयी है.

अब कोविड-19 जांच के लिए करें ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

अब कोविड-19 जांच के लिए आपको दर-दर भटकना नहीं पड़ेगा. इसके लिए विभाग के द्वारा संजीवन मोबाइल एप लॉंच किया गया है. इस एप में एक फीचर दिया गया है. जिसके माध्यम से आप ऑनलाइन रजिस्टर कर कोविड-19 जांच के लिए फॉर्म भर सकते हैं. कोविड-19 जांच के लिए ऑनलाइन आपको व्यक्तिगत जानकारी देनी होगी. इसमें नाम, उम्र, मोबाइल नंबर, ईमेल आइडी एवं घर का पता तथा लक्षण भी बताना होगा. व्यक्ति को इस बात की भी जानकारी देनी होगी कि क्या वह कंटेनमेंट जोन में रहते हैं तथा क्या कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आये हैं. रजिस्टर करने के बाद आपके मोबाइल नंबर पर एक केस आइडी मिलेगा जिसके माध्यम से अपना कोविड-19 जांच करा सकते हैं.

प्रतिदिन जांच के लक्ष्य में की गयी वृद्धि

जिला में पहले प्रतिदिन 150 आरटी-पीसीआर एवं 75 ट्रूनेट से कोविड-19 जांच का लक्ष्य निर्धारित था. इसे अब बढ़ाकर क्रमशः 300 आरटी-पीसीआर एवं 75 ट्रूनेट जांच प्रतिदिन कर दिया गया है.

30 मिनट के भीतर आ रहे नतीजे

एंटीजेन टेस्ट में 30 मिनट के अंदर रिजल्ट मिल रहा है. वहीं आरटी-पीसीआर में रिजल्ट आने में 6 से 24 घंटे लग जाते हैं. तब तक तो संक्रमित व्यक्ति को पता नहीं होता कि वो पॉजिटिव है और वो कई लोगों को वायरस फैला चुका होता है. रैपिड एंटीजन में आधे घंटे के अंदर ही रिपोर्ट सामने आ जाती है, ऐसे में शख्स को आइसोलेट किया जा सकता है. संक्रमित शख्स को अस्पताल में भर्ती कराया जा सकता है. जिले में कोरोना संक्रमितों के बढ़ती संख्या के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग अस्पतालों में मरीजों के चिकित्सा को लेकर प्रयासरत है और सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है. ताकि कोरोना संक्रमण के उपचाराधीन को तत्काल चिकित्सकीय उपचार उपलब्ध हो सके. स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कोरोना की जांच के लिए जिले के सभी पीएचसी पर रैपिड एंटीजन किट के माध्यम से टेस्टिंग करायी जा रही है.

posted by ashish jha

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