बक्सर जिले में अभी तक मात्र 119 हेक्टेयर में हुई धान की रोपनी
जिले में 98088 हेक्टेयर में धान की खेती करने के लिये लक्ष्य निर्धारित है
बक्सर. जिले में 98088 हेक्टेयर में धान की खेती करने के लिये लक्ष्य निर्धारित है. इसके लिये जिले में कुल 9 हजार 770 हेक्टेयर में धान का बिचड़ा डाला गया है. मगर अभी तक मात्र 119 हेक्टेयर में ही धान की रोपनी की गयी है. मानसून लेट आने के कारण जिले में धान की रोपनी काफी धीमी गति से प्रारंभ हुआ है. कम बारिश के कारण धान की रोपनी थोड़ी देर से शुरू हुआ. अभी नहरों में पानी नहीं आने के कारण किसान निजी नलकूप व डीजल के सहारे रोपनी कर रहे हैं. जून माह में बारिश नहीं होने के कारण किसानों के धान का बीचड़ा खेतों में ही खराब होने लगा था. मगर किसान किसी तरह धान का बिचड़ा बचाने के बाद अब धान की रोपनी कर रहे हैं. हालांकि बारिश नहीं होने के कारण किसानों की परेशानियां काफी बढ़ गयी है. कृषि विभाग के अनुसार जिले में 98088 हजार हेक्टेयर में धान की खेती के लिये निर्धारित लक्ष्य के अनुरुप अभी तक 119.45 हेक्टेयर में किसानों ने धान की रोपनी की है. सोन नहर व चौसा कैनाल नहर से जुड़े विभिन्न नहरों में भी पानी अंतिम टेल तक पहुंचाने के लिये जिला प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है. शत-प्रतिशत धान की रोपनी पूरा कराने के लिये प्रशासनिक अधिकारी लगे हुए हैं. सबसे अधिक रोपनी डुमरांव में 64.45 और इटाढ़ी प्रखंड में 38 हेक्टेयर,नावानगर में 17 हेक्टेयर धान रोपनी का काम पूरा कर लिया गया है. वही कई प्रखंडों में तो धानरोपनी का काम अभी भी शुरू नहीं हुआ है. इस साल बारिश ने पिछले कई वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. जो अभी तक सामान्य से भी कम बारिश हुआ है. डुमरांव में 30.08 एम एम हुई बारिश, धान रोपनी की तैयारी में जुटे किसान डुमरांव. प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में शनिवार की देर रात कही हल्की तो कही झमाझम बारिश होती रही, जिससे किसानों के बीच खेती की उम्मीद बढ़ा दी है. डुमरांव में रविवार की सुबह यह बारिश 30.08 दर्ज की गयी. किसानों ने बताया कि अभी बारिश से खेतों में पानी तो नहीं जमा है फिर भी धान रोपनी की तैयारी में किसान जुट गए हैं, धान रोपनी के लिए किसान अपने खेतों को तैयार करने लगे हैं. किसान सुरेन्द्र सिंह, बीरेंद्र सिंह, हरेन्द्र सिंह ने बताया कि लगातार रूक-रूक कर बीच बीच में हो रही बारिश से किसानों को कुछ राहत तो मिली है जिसे देखते हुए अब धान रोपनी का कार्य पुरा करने के लिए किसान अपने खेतों में पहुंच रहे हैं. लोगों ने बताया कि इलाके के विभिन्न क्षेत्रों में जिन किसानों के खेतों में धान का बिचड़ा तैयार हो चुका है वे किसान धान रोपनी कर रहे हैं जब कि कुछ जगहों के किसानों के खेतों देर से बिचडा़ डाला गया है वे किसान बिचडा़ तैयार होने के बाद धान रोपनी करने वाले हैं. लेकिन बारिश होने के बाद से इलाके के किसान अब धान रोपनी का काम पुरा करने के लिए लगे हुए हैं.
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