बक्सर. सदर प्रखंड बक्सर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की जगह एक करोड़ 30 लाख की लागत से अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चुरामनपुर में बनाया गया है. इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार चुरामनपुर फील्ड में बनाया जा रहा है ताकि बुजुर्ग और महिलाओं, बच्चों का इलाज हो सकें. अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण बिहार सरकार के बिहार मेडिकल सर्विस एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कॉरपोरेशन लिमिटेड ने कराया है. निर्माण कार्य के लिए वैष्णो इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड को टेंडर दिया गया था. एक करोड़ 30 लाख की लागत से 35 गुणा 30 स्क्वायर मीटर भूमि में अतिरिक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कराया गया है. जो बनकर तैयार भी हो गया. जिसमें रोगियों के लिए बेड की व्यवस्था से लेकर लैब, डाक्टरों के बैठने की व्यवस्था सहित अन्य कार्यालय की व्यवस्था की जायेगी. यह अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बाहर से तो चकाचक हो गया है लेकिन शनिवार को प्रभात खबर की टीम जब मौके पर पहुंची तो पाया गया कि बाहर और अंदर से चकाचक है और सारी सामग्री भी कंपनी के द्वारा खरीद के रख दिया गया है जो धूल फांक रहा है. नवनिर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लगभग सभी कमरे में दरार तो आ ही गया है दवा काउंटर की रूम के प्लास्टर भी गिर रहे हैं. वहां पर मौजूद ग्रामीणवासियों प्रफुल्ल कुमार ,लाली साहनी, दिपक सिंह, वार्ड सदस्य रामनारायण, बिहारी सिंह, रंजीत पाडेय, आदित्य यादव ने बताया हमलोग को पहले से ही इस बात की संभावना था कि कंपनी घटिया किस्म का निर्माण करेगी, क्योंकि काम शुरू होने से पहले कंपनी द्वारा योजना पट नहीं लगाया गया है और काम खत्म होने तक भी योजना पट नहीं लगाया. ताकि हम सभी को भी पता चल सकें कि कितने की लागत से कौन सी कंपनी निर्माण कर रही है. आश्चर्य की बात यह है कि जहां पर अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कराया गया है. वही पर लोक सभा चुनाव में बक्सर विधानसभा के लिए डिस्पैच सेंटर बनाया गया था. लिहाजा जिले के तमाम अधिकारी वहां आते जाते थे लेकिन किसी को भी कमरे का दरार व प्लास्टर गिरने कि जानकारी नहीं है.
स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर नहीं होने की वजह से स्वास्थ्य सुविधा से ग्रामीण हैं वंचित
सदर प्रखंड के लगभग 30 हजार से उपर की आबादी वाले क्षेत्र को चुरामनपुर में बनाए जा रहे अतिरिक्त प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र का भवन बनकर तो तैयार हो गया है लेकिन इलाज के लिए सारे सामान भी कंपनी के द्वारा खरीदारी करके रख दिया गया है. लेकिन अभी तक भवन व अन्य सामग्री का स्वास्थ्य विभाग के हवाले हैंडओवर नहीं होने से लोगों को इलाज की सुविधा नहीं मिल पा रही है. अगर हैंडओवर हो गया रहता था तो ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को इलाज के लिए सदर अस्पताल नहीं जाना पड़ता.
हैंडओवर होने से पहले ही लगभग सभी कमरे में आया दरार गिरने लगे प्लास्टर
सदर प्रखंड के चुरामनपुर में बनाए गए अतिरिक्त प्राथमिक उप स्वास्थ्य बिहार सरकार के बिहार मेडिकल सर्विस एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कारपोरेशन लिमिटेड के तहत अतिरिक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कराया गया है. निर्माण कार्य के लिए वैष्णो इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड को टेंडर दिया गया था लेकिन विभाग को माने तो भवन तो बनकर तैयार हो गया है. वह भी विभाग के गाइड लाइन के अनुसार बनाया गया है. लेकिन हैंडओवर होने से पहले ही बनाए गए निर्माणधीन कंपनी के द्वारा लगभग बनाए सभी कमरे में दरार आ गया है. कहीं कहीं तो प्लास्टर भी गिर गए हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है