विशेष सर्वे का सर्वर काम नहीं करने से रैयतों को प्रपत्र दो ऑनलाइन जमा करने में हो रही समस्या

जिले में विशेष सर्वे का काम एक अगस्त से शुरू कर दिया गया था. एक अगस्त से प्रचार-प्रसार शूरु कर दिया गया था.

By Prabhat Khabar News Desk | November 19, 2024 9:49 PM

बक्सर. जिले में विशेष सर्वे का काम एक अगस्त से शुरू कर दिया गया था. एक अगस्त से प्रचार-प्रसार शूरु कर दिया गया था. प्रचार-प्रसार के समय ही रैयतों को आमसभा में बताया गया था कि अफलाइन-ऑनलाइन दोनों ही माध्यम से प्रपत्र दो जमा कर सकते हैं रैयत. जो लोग बाहर रह रहे उन लोगों के भू राजस्व विभाग के द्वारा सुविधा उपलब्ध कराया गया था आप कही से भी अनलाइन विभाग के वेबसाइट पर जमा कर सकते हैं. लेकिन विशेष सर्वे का सरवर नहीं काम कर रहा है. ऐसे जिले के रैयतों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सरवर को काम नहीं करने की वजह से अब पंचायत में जाना बंद कर दिऐ है विशेष सर्वे अमीन जिनके कारण अब रैयतों को अंचल शिविर में जा कर प्रपत्र दो जमा करना पड़ रहा. सर्वेक्षण में स्वघोषणा पत्र के लिए आवेदन करने का सर्वर ठप होने से रैयत परेशान हैं : सर्वर नहीं काम करने के वजह से फॉर्म-2 ऑनलाइन आवेदन नहीं कर पा रहा है. लाचार होकर लोग ऑफलाइन आवेदन के लिए शिविरों में पहुंच रहे हैं, जहां बिचौलिए जमकर लूट मचा रहे हैं.जिले में चल रहे जमीन सर्वे को लेकर स्व-घोषणा के लिए जरूरी प्रपत्र-2 को भरकर उसे ऑनलाइन आवेदन करने वाला विभागीय सर्वर ठप पड़ा है.जिससे रैयत ऑनलाइन स्व-घोषणा नहीं कर पा रहे. इससे बड़ी परेशानी अन्य जिले या राज्यों में रहने वालों को हो रही है. यह सर्वर काम नहीं कर रहा या यह कब तक ठीक होगा, इस संबंध में विभागीय वेबसाइट पर कोई सूचना नहीं है.शिविरों में पहुंच रहे रैयत दूसरी तरफ स्थानीय रैयत जब स्व-घोषणा के लिए जरूरी प्रपत्र-2 भरकर ऑफलाइन जमा करने के लिए सर्वे शिविरों में जा रहे हैं तो अधिकांश जगहों पर पावती रसीद देने में आनाकानी हो रही है. हालत यह है कि सर्वे शिविरों में भीड़ लग रही है. साथ ही वहां दलालों के माध्यम से जमीन सर्वे के सभी काम सुलभ तरीके से करवाने का प्रस्ताव भी रैयतों को मिल रहा है.सर्वर में आ रहा एरर सूत्रों के अनुसार राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय द्वारा उपलब्ध वेबसाइट https://dlrs.bihar.gov.in/Raiyat123.aspx पिछले कई दिने से ठप पड़ी है. इसके सर्वर में एरर बताया जा रहा है. इसी वेबसाइट के माध्यम से रैयत अपना प्रपत्र-2 भरकर उसे ऑनलाइन जमा करते थे. दस्तावेज अपलोड करने में भी परेशानी : इस वेबसाइट के ठप होने की यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी अक्सर वेबसाइट ठप पड़ जाती थी. कभी-कभी वेबसाइट ठीक रहने पर भी प्रपत्र-2 का आवेदन ऑनलाइन नहीं हो पाता है. ‘सर्वर में जगह नहीं है’, इस तरह संदेश अंग्रेजी में लिखा आता है. केवल यही नहीं, आवेदन के साथ जरूरी दस्तावेज अपलोड करने की अधिकतम सीमा तीन एमबी है, लेकिन दो एमबी से थोड़ी अधिक के दस्तावेज की फाइल भी अपलोड नहीं होती. ऑनलाइन आवेदन नहीं होने से रैयत ऑफलाइन आवेदन करने सर्वे कार्य के शिविरों में जा रहे हैं. वहां दलालों का बोलबाला है और भ्रष्टाचार चरम पर है. वेबसाइट पर खतियान अपलोड कुछ खतियान नहीं दिख रहा स्पष्ट : भूमि राजस्व विभाग के द्वारा जिले के जमीन संबंधित कागजात विभाग के वेबसाइट पर अपलोड किया गया है. जिसमें से 30 प्रतिशत ऐसा अपलोड किया गया वह दिखाई नहीं दे रहा है.लेकिन जिस ऐर्जेंसी को लोड करने का जीमा दिया गया था वह जैसे तैसे अपलोड कर दिया गया जिसके वजह से विशेष सर्वे अमीन को जिला अभिलेखागार में जाकर अपने – अपने मौजा का खतियान का फोटो खिचकर रैयतों द्वारा जमा किए गए खतियान का मिलान कर रहे हैं, ताकि जैसे से विशेष सर्वे का सर्वर सही तरिका से काम करने लगेगा तो प्रपत्र दो विभाग के वेबसाइट पर अपलोड करने में समस्या न हो. फट गया है खतियान तब भी होगा सर्वे : शेष सर्वे में अगर खतियान फट गया है तो भी उन सभी रैयतों का होगा विषेश सर्वे यह जानकारी सहायक विशेष सर्वे पदाधिकारी रोहित कुमार ने दिया कि विशेष सर्वे में प्रपत्र दो फार्म जमा करने के समय अगर खतियान फट गया है तो जमीन का रसीद व जो भी उनके पास जमीन संबंधित कागजात है वह शिविर में जमा कर सकते हैं. खतियान की पुष्टि अंचल कार्यालय, जिला अभिलेखागार से ले लिया जाएगा. अगर वहां पर नहीं मिलता है तो आम जनता से भी खतियान लिया जाएगा.

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