सदर प्रखंड के तीन सड़कों पर जमा है बारिश का पानी
दर प्रखंड के तीन सड़क ऐसे है जो हजारों लोगों को जिला मुख्यालय से जोडती है
फाइल-9- – दुधारचक से मिशन मोड़, जासो से डुमरांव और दलसागर से परसियां रोड बदहाल रिपोर्टर – प्रशांत राय 5 जुुलाई- फोटो -12- जासो रोड़ नदांव गांव के पास रोड़ पर जमा पानी 5 जुलाई- फोटो -13- नदाव रोड़ पर गढ्ढे बक्सर. सदर प्रखंड के तीन सड़क ऐसे है जो हजारों लोगों को जिला मुख्यालय से जोडती है. लेकिन तीन सड़कों की हालत बदतर है. हाल यह है कि इस पर वाहन चलाना तो दूर की बात है, पैदल चलना भी दुश्वार हो गया है. सिमरी प्रखंड को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली दुधारचक से मिशन मोड़ तक सड़क की हालत काफी दयनीय हो गयी है. यह सड़क तो दो वर्ष पूर्व ही मेंटेनेंस से भी बनी हुई है. जिसकी कुल लंबाई लगभग छह किलोमीटर है जो इस रास्ते से सिमरी प्रखंड के काफी लोग जिला मुख्यालय में पढाई समेत अन्य काम काज के लिए आते हैं. इस सड़क की हालत काफी दयनीय हो गई है.सड़क जर्जर हो जाने से आने-जाने वाले लोगों को भारी परेशानी हो रही है. सिमरी,नगरपुरा, केशवपुर ,मानिकपुर ,बडकागांव, नाट,उमरपुर के जाने वाले राहगीरों को घंटों समय लग जाता है. इस सड़क से हजारों लोग आते जाते हैं, लेकिन आलम यह है कि इस सड़क में कई जगह बड़े बड़े गड्ढे उभर आए हैं.जिस कारण लोगों का सड़क से गुजरना मुश्किल हो गया है. इन सड़कों की हालत इतनी ज्यादा दयनीय हो चुकी है कि इसपर वाहन लेकर चलना तो दूर की बात है पैदल चलना भी मुसीबत से कम नहीं है.कहीं-कहीं तो इस सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन चुके हैं.राहगीर इस रास्ते से जान जोखिम में डालकर गुजरते हैं.सड़क का खस्ताहाल रोजाना हादसों को न्योता दे रहा है.लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. ग्रामीण जय मंगल राय व कमलेश राय ने बताया कि इस सड़क पर न तो इस पर जिला प्रशासन का ध्यान है ना किसी जनप्रतिनिधि का ध्यान है. चुनाव के समय सभी जनप्रतिनिधि के द्वारा वादा किया जाता है लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद वे भूल जाते हैं. जबकि जिला अधिकारी बक्सर कोईलवर तटबंध के निरीक्षण करने भी आते हैं. मगर सब कुछ देख कर अनदेखी कर देते हैं. वही दूसरी और दलसागर से परासियां जाने वाले वाला रास्ते लगभग दो किलोमीटर है. जिसका मेंटेनेंस एक वर्ष पूर्व ही खत्म हो गया है. ग्रामीणों को प्रखंड विकास पदाधिकारी रोहित मिश्रा के द्वारा यह आश्वासन दिया गया था कि चुनाव खत्म होते ही रास्ते को बनवा दिया जाएगा लेकिन लोकसभा चुनाव खत्म हुए भी एक माह बीत गये लेकिन प्रशासन चुप्पी साधे हुई है. जासो से नदांव होते हुए डुमरांव तक सड़क जर्जर जासो से रोड़ जो नदांव होते हुए डुमराँव तक जाता है. इसकी ऐसी स्थिति हो गई है कि यह रोड़ मेंटेनेंस में होते हुए भी इस पर पैदल चलना मुश्किल हो गया है. जानकारी के अनुसार चार वर्ष पूर्व ही जासो रोड़ जो कि डुमराँव की ओर जाने वाली 18 किलोमीटर सड़क मार्ग की मरम्मत व पक्कीकरण किया गया था.कुछ ही दिनों में सड़क की स्थिति जर्जर हो गई. सड़कों में जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं.इस दौरान इस मार्ग की कभी भी मरम्मत भी नहीं की गई, जबकि इस मार्ग से प्रतिदिन सैकड़ों गाड़ी सहित अन्य भारी वाहनों का आना-जाना रहता है.नदांव गाँव के ग्रामीण धनजी पांडे ,मोहन पांडे , वार्ड सदस्य मंटू लाल ने ने कहा कि चुनाव आते ही अधिकारियों को गांव की आती है, मगर विकास की बातें कर लौट जाते हैं सड़क के खस्ताहालत के कारण आने-जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. क्या कहते हैं ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता इस संबंध में ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता शिवकुमार कुमार मिश्रा ने बताया कि जो सड़क मेंटेनेंस से बाहर हो गई है. उसे सड़क को बनाने के लिए विभाग में स्वीकृति के लिए भेजा गया है. जैसे ही स्वीकृति मिलती है. उस पर काम शुरू दिया जाएगा, जासो रोड़ के बारे में बताया कि यह सड़क भारी वाहन के लिए नहीं बनाया गया है. जबकि प्रतिदिन बालू लदे ट्रक उस रोड पर आते-जाते हैं. उस वजह से रोड़ खराब हो गया. भारी वाहन न जाए जिसके लिए कई बैरियर भी लगाया गया लेकिन बालू माफिया के द्वारा बैरियर उखाड़ कर फैक दिया जाता है.
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