फाइल- 20- राक्षसों के अत्याचार से मुक्ति के लिए विष्णु ने लिया धरती पर अवतारप्रभु श्रीराम के जन्म लेते ही अयोध्या में मनने लगा उत्सव , बंटी मिठाईयां
प्रभु श्रीराम के जन्म लेते ही अयोध्या में मनने लगा उत्सव , बंटी मिठाईयां
2 अक्टूबर- फोटो- 13- रामलीला मंच पर विराजमान चारों भाई. चौसा. रामलीला समिति चौसा बाजार के तत्वावधान में आयोजित दशहरा महोत्सव के तहत चौसा बाजार रामलीला मंच पर चल रहे रामलीला के चौथे दिन रामजन्म प्रसंग का सफल मंचन किया गया. रामदास गुप्ता के निर्देशन में चल रहे रामलीला में भाग लेनेवाले स्थानीय युवकों के द्वारा खेले जा रहे उक्त रामलीला में प्रभु श्रीराम जन्म प्रसंग में दिखलाया गया कि राक्षसों के अत्याचार से भूमंडल पर मानव के साथ ही देवता भी दुखी हैं. सभी देवगण राक्षसों के अत्याचारों से मुक्ति पाने के लिए भगवान विष्णु के पास जाकर प्रार्थना करने की सोचते हैं, लेकिन तभी आकाशवाणी होती है कि भगवान विष्णु स्वयं मनुष्य रूप में अयोध्या में जन्म लेंगे और पृथ्वी और देवलोक को राक्षसों के अत्याचार से मुक्ति दिलायेंगे. उधर अयोध्या के राजा दशरथ उम्र के ढलान पर है, परंतु पुत्र नहीं होने से काफी कुंठित रह रहे है. इसके बाद भविष्यवाणी के तहत दशरथ की तीनों रानियों से एक साथ चार पुत्रों की प्राप्ति से अयोध्या में चारों तरफ उत्सव मनने लगता है. प्रभु श्रीराम के जन्म होते ही जमकर मिठाइयां बांटी गयी और स्थानीय महिलाओं के द्वारा सोहर व बधाई गान से सभी दर्शकों को मुग्ध कर दिया. इस दौरान अध्यक्ष रवीश जायसवाल, कोषाध्यक्ष राजू कुमार, गुड्डू जायसवाल, पैक्स अध्यक्ष मनोज कुशवाहा, वार्ड पार्षद चंदन चौधरी, शैलेश सिंह, संजय चौरसिया, अशोक केसरी, उदय यादव, भिखारी प्रजापति, विशंभर सिंह, आनंद वर्मा, आकाश पांडे, वंशीधर कुशवाहा, गोरख गुप्ता, सुरेंद्र चौधरी आदि सैकड़ों महिला-पुरूष दर्शकों ने अंतिम क्षण तक रामलीला का आनंद उठाते रहे.
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