छठ पर्व के पूर्व रामरेखाघाट की सफाई कराना नगर परिषद के लिए बनेगा समस्या
छठ महापर्व को लेकर नगर के गंगा घाटों की सफाई की शुरूआत नहीं हुई है
बक्सर. छठ महापर्व को लेकर नगर के गंगा घाटों की सफाई की शुरूआत नहीं हुई है. जबकि गंगा में आई बाढ़ के कारण सभी घाटों पर गाद जमा हो गया है. इसके साथ ही लगभग सभी गंगा घाट लगभग खतरनाक बन गये है. जिससे छठ पर्व के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. नगर के ऐतिहासिक एवं धार्मिक महता वाले रामरेखाघाट पर सफाई की शुरूआत तक नहीं हुई है. जिसके कारण रामरेखाघाट पर नया घाट के साथ ही पुराना विवाह मंडल घाट पर शिल्ट जमा हुआ है. जिसके कारण सीढ़ीयां पूरी तरह से अपना अस्तित्व खो दिया है. शिल्ट जमा होने के कारण ही विभिन्न प्रकार का कचरा भी जहा हो गया है. जिससे घाट पर स्नान करने वाले श्रद्धालुओं को भी परेशानी हो रही है. ज्ञात हो कि पिछले साल रामरेखाघाट की सफाई व्यवस्था काफी सुदृढ़ होने के साथ ही घाट को काफी आकर्षक बनाया गया था. घाट पर भगवान शिव को मां गंगा के बीच में स्थापित किया गया था. जिनके जटा से मां गंगा का अवतरण काफी आकर्षक एवं वातावरण काफी खुशनुमा एवं उत्सवी बना दिया था. इसके साथ ही सेल्फी प्वाइंट बनाया गया था. जिससे ऐतिहासिक महता वाले रामरेखाघाट मॉडल रूप ले सके. गंगा घाट पर अब भी जमा है सिल्ट ऐतिहासिक व धार्मिक महता के कारण रामरेखाघाट पर स्नान के साथ ही विभिन्न त्याेहारों पर स्नान के लिए विभिन्न जिलों से लोग पहुंचते है. वहीं छठ पूजा को लेकर भी विभिन्न क्षेत्रोंं से काफी संख्या में लोग पहुंचते है. जहां लाखों की भीड़ इकठ्ठी होती है. जिसको लेकर नगर परिषद ने अभी सफाई व्यवस्था शुरू नहीं किया है. जिससे रामरेखाघाट पर छठ व्रत करने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा. ज्ञात हो कि अंतिम समय में गंगा में बाढ़ आने के कारण रामरेखाघाट के सभी सीढ़ीयां शिल्ट के कारण अपना वास्तविक अस्तित्व खो दिया है. शिल्ट इतना जमा है कि उसे हटाना नगर परिषद के लिए मुश्किल कार्य है. इतने कम समय में नये घाटों पर जमा शिल्ट को हटाना काफी मुश्किल कार्य है. वहीं रामरेखाघाट पर लोग अपने जगहों को संरक्षित करने के लिए पेंट से चिह्नित कर दिया है. लेकिन पुराना विवाह मंडप का गंगा घाट फिलहाल खतरनाक बन गया है. घाट के बीचों बीच गढ्ढा उभर गया है. वहीं पुराना विवाह मंडप घाट पर काफी सिल्ट जमा हुुआ है. जिसके बीच में ही काफी गहरा गढढा उभर गया है. जिससे छठ को लेकर व्रतियों के लिए खतरा पैदा कर सकता है. व्रतियों को व्रत पूरा करने के दौरान समस्या उत्पन्न हो सकता है. ज्ञात हो कि सफाई एजेंसी द्धारा सभी घाटों की सफाई कराई जा रही है. इस क्रम में धार्मिक महता वाले रामरेखाघाट आस्थावानों के लिए छोटा पड जाता है. बाढ के दौरान गंगा के जल स्तर में वृद्धि होने के कारण पुराना विवाह मंडप गंगा घाट पर काफी शिल्ट जमा हो गया है. जिसे सफाई कर्मियों द्धारा हटाया नहीं गया है. वहीं जमे शिल्ट के बीच किसी प्रकार से एक विशाल गढढे का निर्माण हो गया है. वहीं इओ आशुतोष गुप्ता ने बताया कि अभी गंगा घाटों की सफाई का कार्य शुरू नहीं हुआ है. आज सोमवार को गंगा घाटों का निरीक्षण किया जाएगा. जिसके बाद सफाई के साथ ही आवश्यक कार्यों को पूरा कराया जाएगा. जिससे छठ घाट तक पहुंचने तथा पूजा अर्चन को लेकर व्रतियों को किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़े.
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