सिमरी. स्थानीय प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत काजीपुर पंचायत के चकनी दलित बस्ती के लोग बुनियादी सुविधाओं को लेकर सालों से संघर्ष करते आ रहे हैं. लेकिन अभी तक कोई उनका सुध लेने वाला नहीं है. बार-बार मुखिया एवं स्थानीय प्रशासन से गुहार लगाने के बाद अब चकनी गांव के ग्रामीणों ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया हैं .इस संबंध में राम सागर यादव सहित अन्य दर्जनों लोगों ने अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी डुमरांव मे परिवाद दायर किया है.ग्रामीणों ने लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी से अतिक्रमित रास्ते को पैमाईश करा कर सड़क निर्माण हेतु गुहार लगाई है. ग्रामीणों का कहना है कि थाना संख्या 111, खाता संख्या 196 खेसरा संख्या 148 बिहार सरकार साधारण के लिए अनेकों बार पंचायत के मुखिया इम्तेयाज अंसारी से पक्की रास्ता बनवाने के लिए गुहार लगाया गया, लेकिन उनके द्वारा यह कह कर टाल-मटोल किया जा रहा है कि जब तक सरकारी जमीन का मापी होकर स्थल चिन्हित नहीं हो जाता है. तब तक सडक निर्माण कराना संभव नही है. परिवादी ने अपने आवेदन में उल्लेख किया है कि उक्त सरकारी रास्ते पर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा जबरन अतिक्रमित कर लिया गया है. जिस वजह से रास्ता जीर्णशीर्ण हो चूका है.जिस वजह से दलितों व आमजन को आने जाने में परेशानी होती है.उक्त रास्ता दलित बस्ती को मुख्य मार्ग से जोडने का एक मात्र विकल्प है.ग्रामीणों का कहना है कि सरकार दलितों के उत्थान की बडी बडी दावा करती है लेकिन चकनी दलित बस्ती में आने जाने के लिए एक अदद पक्की रास्ता नहीं है. तक सडक निर्माण कराना संभव नही है. परिवादी ने अपने आवेदन में उल्लेख किया है कि उक्त सरकारी रास्ते पर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा जबरन अतिक्रमित कर लिया गया है. जिस वजह से रास्ता जीर्णशीर्ण हो चूका है.जिस वजह से दलितों व आमजन को आने जाने में परेशानी होती है.ग्रामीणों ने अविलंब रास्ता को मापी करा कर पक्की सडक निर्माण की गुहार लगायी है.
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