Loading election data...

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत नवंबर में आयेंगे बिहार, बक्सर में आयोजित संत सम्मेलन में होंगे शामिल

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत नवंबर में बिहार आ रहे हैं. पिछले छह माह के अंदर यह उनका दूसरा बिहार प्रवास होगा. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत 7 से 15 नवंबर तक बक्सर में आयोजित संत सम्मेलन में भाग लेने के लिए बिहार आ रहे हैं. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि होंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 28, 2022 11:59 AM
an image

पटना. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत नवंबर में बिहार आ रहे हैं. पिछले छह माह के अंदर यह उनका दूसरा बिहार प्रवास होगा. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत 7 से 15 नवंबर तक बक्सर में आयोजित संत सम्मेलन में भाग लेने के लिए बिहार आ रहे हैं. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि होंगे.

यह सम्मेलन 7 नवंबर से 15 नवंबर तक होगा

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बिहार प्रवास को लेकर जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री और बक्सर के सांसद अश्विनी चौबे ने कहा कि बक्सर में रामकर्म भूमि न्यास और सनातन संस्कृति रामराज की ओर से एक संत सम्मेलन का आयोजन किया गया है. यह सम्मेलन 7 नवंबर से 15 नवंबर तक होगा. इस सम्मेलन में देश और दुनिया के महान संत शामिल होंगे. 8 नवंबर को अंतर्राष्ट्रीय संत सम्मेलन का भी आयोजन होगा. इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत शामिल होंगे.

धार्मिक विषयों पर होगी चर्चा

सांसद अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि इस कार्यक्रम में सभी मंत्री सांसद विधायक को भी आमंत्रित किया गया है, लेकिन यह पूरी तरह से धार्मिक आयोजन है. इस सम्मेलन में केवल धार्मिक और अध्यात्मिक विषयों पर चर्चा भी होगी. इसमें किसी प्रकार की राजनीतिक चर्चा नहीं की जायेगा. अश्विनी चौबे ने कहा धार्मिक अध्यात्मिक अनुष्ठान के साथ सांस्कृतिक, साहित्यिक विषयों पर चर्चा भी होगी. रामराज से संबंधित विभिन्न विषयों पर भी चर्चा की जाएगी.

400 से अधिक लोग होंगे शामिल

पटना में पत्रकारों से बात करते हुए चौबे ने कहा कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के नवंबर में बिहार आगमन को लेकर तैयारियां की जा रही है. उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति रामराज की ओर से आयोजित इस संत सम्मेलन में 400 से अधिक संत शामिल होंगे. अश्विनी चौबे ने बताया कार्यक्रम के दौरान वृंदावन वासी जगतगुरु स्वामी अनंता जी महाराज के द्वारा भागवत कथा होगी. विशेष रूप से संस्थापक संरक्षक स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज शामिल होंगे. वो यहां 9 दिनों तक राम कथा का वाचन करेंगे.

Exit mobile version