फाइल- 29- सब्जी उत्पादन की आधुनिक तकनीक से लैस होंगे बक्सर के किसान
सब्जी उत्पादन की आधुनिक तकनीक से लैश होंगे बक्सर के किसान
– आत्मा के बैनर तले चालीस सदस्यीय किसानों का जत्था रवाना
21 जुलाई- फोटो – 28- हरी झंडी दिखाकर किसानों को रवाना करते अधिकारीबक्सर. परंपरागत खेती से हटकर सब्जी की खेती के लिए नई-नई तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है.इस दिशा में बक्सर के किसानों को सब्जी उत्पादन की आधुनिक तकनीक से लैस करने के लिए कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण‘‘आत्मा’’ बक्सर द्वारा चालीस किसानों को सेंटर आफ एक्सीलेंस फाॅर वेजिटेबल, चंडी, नालंदा में प्रशिक्षण के लिए आत्मा के उप परियोजना निदेशक बेबी कुमारी ने रविवार को हरी झंडी दिखा रवाना की. यह प्रशिक्षण 24 जुलाई तक चंडी,नालंदा में आवासीय संचालित होगा.जिला कृषि पदाधिकारी-सह-आत्मा के परियोजना निदेशक अविनाश शंकर ने बताया कि सब्जी उत्पादन किसानों की आमदनी बढ़ाने का बेहतर स्त्रोत है. सेंटर फाॅर एक्सीलेंस में आलू बीज उत्पादन के साथ-साथ बेमौसमी महंगी सब्जी की खेती के लिए उत्पादन इकाई की स्थापना की गई है.बक्सर के कृषक उत्पादन इकाई में नई पद्धति को देखकर अपने खेती में आधुनिक तकनीक का प्रयोग कर अपनी आमदनी बढ़ाने का प्रयास करेंगे.इस संस्थान में हाइडोपोनिक यूनिट भी लगाई गई है.इस पद्धति से खेती कर किसान बेमौसमी सब्जी की खेती कर अधिक मुनाफा अर्जित कर सकते हैं.
क्या है हाईडोपोनिक यूनिट:-
इस विधि में फ्रेम के उपर पौधा लगाया जायेगा और नीचे से पानी की धारा बहेगी.आवश्यकतानुसार पौधों में उपर तथा नीचे से पौषक तत्व दिया जायेगा.इस विधि से किसी भी मौसम में मांग के अनुसार सब्जी की खेती की आकर्षक आमदनी अर्जित कर सकते है.इस विधि की खास बात यह है कि इसमें मिट्टी की आवश्यकता नहीं होती है.पानी में बालू या कंकड़ डालकर पौधे लगाये जाते हैं.पौधों को पौषक तत्व देने के लिए नाइटोजन, फाॅस्फोरस, पोटाश, मैग्निशियम, सल्फर, जिंक, आयरन को खास अनुपात में मिलाकर घोल बनाया जाता है. ऑक्सीजन को पंपिंग मशीन के जरिए पौधों की जड़ों तक पहुॅंचाया जाता है.इनमें बीमारियां कम लगती है.आत्मा संस्थान की उप परियोजना निदेशक बेबी कुमारी ने बताया कि इस प्रशिक्षण हेतु किसानों के चयन की जवाबदेही सम्बंधित प्रखंड के सहायक तकनीकी प्रबंधक तथा प्रखंड तकनीकी प्रबंधक को दी गई थी.प्रखंडस्तरीय बीटीएम व एटीएम द्वारा चयनित चालीस कृषकों को सब्जी उत्पादन में दक्ष करने हेतु सीओई,चंडी भेजा जा रहा है, जो मिल का पत्थर साबित होगा.जत्थे का समन्वय आत्माकर्मी रघुकुल तिलक एवं चंदन कुमार सिंह द्वारा किया गया.किसानों की सुविधा हेतु जत्थे में टीम लीडर के तौर पर प्रखंड तकनीकी प्रबंधक अजय कुमार सिंह एवं प्रखंडस्तरीय लेखापाल दीपक कुमार यादव को शामिल किया गया है.मौके पर बीटीएम विकास कुमार राय, राजेश कुमार, आत्माकर्मी त्रिपुरारीशरण सिन्हा सहित प्रगतिशील कृषक चंदन कुमार, दिनेश्वर सिंह, अमित कुमार, अंकित कुमार सिंह, पंकज सिंह शामिल रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है