नावानगर.
प्रखंड क्षेत्र में सर्वे को लेकर सरपंच का वंशावली बनाने का होड़ लगा है. जबकि सर्वे कार्य में सरपंच का वंशावली का कही जिक्र नहीं है. अपने से वंशावली बना कर अपना हस्ताक्षर कर के जमा करना है. लेकिन आम लोग गुमराह होकर वंशावली बनाने में लग गये हैं. इस संबंध में नावानगर सीओ रानी कुमारी ने बताया कि सरपंच का वंशावली नही बनवाना है अपने हस्ताक्षर से वंशावली बनवाना है. वंशावली बनवाने के लिए शपथपत्र पर भी अलग अलग पंचायतों में अलग अलग नियम है. किसी पंचायत में ग्राम सेवक फर्स्ट क्लास मजिस्ट्रेट का शपथपत्र मांग कर रहे हैं जिसको बनवाने में 500 से 700 रुपया लग रहा है. तो किसी पंचायत में नोटरी का शपथपत्र मांग कर रहे है. इस संबंध में बीडीओ मनोज कुमार ने बताया कि वंशावली के लिए नोटरी का शपथपत्र लग रहा है. सर्वे अधिकारी ने बताया कि सर्वे के लिए सरपंच का वंशावली नही लगेगा. सर्वे के लिए अपने हस्ताक्षर से बनाये गये वंशावली मान्य है. किसी दूसरे कार्य के लिए सरपंच का वंशावली बनवाये सर्वे कार्य के लिए नहीं. सबसे अलग इसकी जानकारी मिलते ही आथर पंचायत की मुखिया रेखा देवी ने पंचायत के लोगो को जागरूक करने में लग गयी है. उन्होंने बताया कि सरपंच का वंशावली के चक्कर में आम लोग परेशान हो रहे है. जबकि सरपंच का वंशावली सर्वे में लग ही नही रहा है. मुखिया ने जागरूकता के लिए माइक के माध्यम से प्रचार कराया गया की सरपंच का वंशावली सर्वे में नही लग रहा है, बल्कि अपने हस्ताक्षर से बने वंशावली बना कर देना है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है