दो विद्यालयों के शिक्षकों के एक साल से अनुपस्थित रहने के मामले में बीइओ से शो-कॉज

यह फैसला जिलाधिकारी ने सोमवार को शिक्षा विभाग की समाहरणालय परिसर में हुई समीक्षा बैठक में दी

By Prabhat Khabar News Desk | August 12, 2024 9:15 PM

बक्सर. सिमरी प्रखंड के दो विद्यालयों के शिक्षक एक साल से ज्यादा समय से अनुपस्थित रहे और उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं किए जाने के मामले में सिमरी बीइओ से जिलाधिकारी ने शोकॉज करते हुए उनका वेतन स्थगित करने का निर्देश जिला शिक्षा पदाधिकारी को दी. यह फैसला जिलाधिकारी ने सोमवार को शिक्षा विभाग की समाहरणालय परिसर में हुई समीक्षा बैठक में दी. समीक्षा बैठक में यह मामला सामने आया कि सिमरी प्रखंड के म.वि. मानिकपुर और प्रा.वि. रामदास राय के डेरा के एक-एक शिक्षक एक साल से ज्यादा समय से विद्यालय में आ ही नहीं रहे हैं. जिसे गंभीरता से लेते हुए डीएम ने बीइओ को डांट-फटकार लगायी. डीएम ने बताया कि विभिन्न माध्यमों से यह ज्ञात हुआ है कि विद्यालयों में मुख्य रूप से पेयजल की समस्या है एवं भवन की मरम्मती की आवश्यकता है. जिसे गंभीरता से लेते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि विभागीय मापदण्डों के अनुसार समस्या का निदान कराना सुनिश्चित करें. गौरतलब है कि 31 जुलाई को जिला प्रशासन द्वारा जिला स्तरीय, प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों से जिलें के कुल 125 विद्यालयों की जांच कराई गई. जिस दौरान पाई गई त्रुटियों/कमियों का निराकरण एवं दोषियों के विरुद्ध करवाई करते हुए एक पक्ष के अंदर प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया गया. वही प्रत्येक प्रखंड में अवस्थित उच्च विद्यालयों में पुस्तकालय विकसित किए जाने की समीक्षा की गई. जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि स्थानीय बच्चों के द्वारा क्रियाशील पुस्तकालय की उपयोगिता सुनिश्चित करें. साथ ही कितने बच्चे औसतन प्रतिदिन शाम के समय उक्त विकसित लाईब्रेरियों का उपयोग कर रहे है, से संबंधित प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया. डीइओ को निर्देश दिया गया कि अभियंत्रण कोषांग द्वारा किए जाने वाले कार्यों का निविदा करने, कार्य प्रारंभ करने तथा कार्य पूर्ण करने से संबंधित प्रतिवेदन समर्पित करना सुनिश्चित करेंगे.बैठक में उपस्थित जिला निबंधन एवं परामर्श केन्द्र (डीआरसीसी) के सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि सभी प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारियों के साथ छात्रों से संबंधित बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भता एंव कुशल युवा प्रोग्राम में अधिक से अधिक छात्रों को लाभ दिलाने हेतु कार्य योजना की समीक्षा कर लाभान्वित छात्रों की संख्या में वृद्धि प्राप्त करना सुनिश्चित करेंगे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version