पांच साल मेंटनेंस में होने के बाद भी नहीं जल रही सोलर स्ट्रीट लाइट
वहीं दूसरी फेज में भी पांच से नौ वार्ड में लगाया जा रहा है . गांव की गलियों में सोलर ऊर्जा लाइट लगने के बाद भी अंधेरा कायम पंचायतों में सौर स्ट्रीट लाइट योजना का प्रकाश गांव की गलियों में पूरी तरह से नहीं फैल पा रहा है.
बक्सर. जिला सात निश्चय-2 में लगातार कई माह से प्रथम स्थान पर आ रहा है. लेकिन मुख्यमंत्री के महत्वाकांक्षी योजना में से एक योजना शहर के तर्ज पर गांव को दूधिया रोशनी से जगमग करने के लिए जिले के सभी पंचायतों में सोलर स्ट्रीट लाइट प्रथम फेज में एक से चार वार्ड में लगाया गया था. वहीं दूसरी फेज में भी पांच से नौ वार्ड में लगाया जा रहा है . गांव की गलियों में सोलर ऊर्जा लाइट लगने के बाद भी अंधेरा कायम पंचायतों में सौर स्ट्रीट लाइट योजना का प्रकाश गांव की गलियों में पूरी तरह से नहीं फैल पा रहा है. जो एक साल पहले ही प्रथम फेज में लगाया गया था. वही दूसरी फेज में अभी सोलर स्ट्रीट लाइट लगाया ही जा रहा है. पहले फेज का तो दूर की बाद है लेकिन दूसरी फेज में जो एक माह पहले लगाया गया था वही भी जलना बंद हो गया है. लेकिन एजेंसियों की लापरवाही के कारण अब भी ग्रामीण इलाकों की गलियां अंधेरे से ढंकी रह रही हैं. ग्रामीण इलाके के लोग अंधेरे में ही गलियों में चलने को मजबूर हैं. हालात यह है कि पंचायत में सौर लाइट लगते ही खराब होने की शिकायत आनी शुरू हो गयी है. सोलर लाइट लगाने के लिए जिम्मेदार एजेंसियों को एक सप्ताह के अंदर खराब सोलर लाइटों को ठीक करने का निर्देश दिया गया है. लेकिन गांव में सौर लाइट लगाने के बाद एजेंसी उसकी देखभाल से दूर होने में ही अपनी भलाई समझ रही है. जिस-जिस गांव में सोलर लाइट खराब हैं, उसकी शिकायत के कई महीने बीत जाने के बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ है. जबकि, सभी पंचायत सचिवों को भी निर्देशित किया गया है कि पंचायत में खराब पड़ी सोलर लाइटों से संबंधित सूचना संबंधित एजेंसी को दें. निर्देश का अनुपालन करते हुए प्रत्येक सप्ताह पंचायत सचिव सोलर स्ट्रीट लाइन की खराब की सूचना प्रखंड पंचायती राज्य पदाधिकारी को देते हैं. कुछ ऐसा ही मामला सदर प्रखंड पंचायत उमरपुर पंचायत, चुरामनपुर पंचायत, नंदाव पंचायत, खुटहा पंचायत, सोनवषा पंचायत आदि पंचायतों में देखने को मिला है. प्रभात खबर कि टिम 7:30 शाम को चुरामनपुर पंचायत के वार्ड नंबर चार पहुचा तो पाया गया कि दस में छह लाइट बंद पाया गया. वहीं उमरपुर पंचायत में 8:30 बजे वार्ड नंबर दो में जब प्रभात खबर की टीम पहुंची तो पाया कि दस में से सात पर लाल बत्ती जल रही हैं. उसके बाद सोनवर्षा पंचायत के वार्ड नंबर एक पहुंची तो पाया गया कि अधिकांश लाइट ही बंद पडी़ है. उमरपुर पंचायत के मुखिया के धनंजय मिश्रा ने बताया कि प्रथम फेज में जो लगाया गया था वह तो तीन से चार माह जला भी, लेकिन दूसरी फेज में लगाए गये लाइट एक माह के अंदर ही बंद हो गया. जिसकी शिकायत पंचायत सचिव के माध्यम से प्रखंड पंचायत राज्य के दिया जाता है लेकिन एजेंसी के द्वारा कोई भी काम नहीं किया जाता है. चुरामनपुर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि विवेक कुमार ने बताया कि इसको लेकर कई बार शिकायत की गयी, लेकिन अब तक लाइट नहीं बनायी गयी है. इसके चलते ग्रामीणों को काफी परेशानी होती है. जबकि, पंचायत में लग रही सोलर स्ट्रीट लाइट की देखभाल ब्रेडा कंपनी द्वारा अगले पांच साल तक किया जाना है. इस संबंध में पूछे जाने पर उमरपुर के पंचायत सचिव अनील कुमार ने बताया कि लाइट खराब होने की सूचना कंपनी के टोल फ्री नंबर पर कई बार दी गयी और इसकी शिकायत सूचना बीपीआरओ को भी कई बार दी गयी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. विभाग की मानें तो पूरी तरह से जल रहे हैं सोलर स्ट्रीट लाइट : विभाग को माने तो प्रथम फेज और दूसरा फेज के लगाये गये 7900 सोलर स्ट्रीट लाइल लगाया गया. जिसे पांच साल के मेंटेनेंस अविधि में खराब होने की सूचना मिलता है. उसे एक से दो माह में ठीक करा दिया जाता है. विभाग की माने तो 7900 लाइट में अभी कोई खराब नहीं है. क्या कहते हैं अधिकारी अभी तक जिला में किसी भी सोलर स्ट्रीट लाइट की खराब होने की सूचना नहीं प्राप्त है. यदि कहीं खराब भी है, तो उसे जल्द ठीक करा दिया जायेगा. ओमप्रकाश कुमार., जिला नोडल पदाधिकारी
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है