रामरेखाघाट पर नप के कचरा निस्तारण को लेकर छात्रशक्ति ने जताया आक्रोश
नगर परिषद नगर की स्वच्छता की जमकर धजिया उड़ा रहा है. नगर की सफाई की बजाय नगर को ही गंदा करने पर 80 लाख रुपये प्रतिमाह खर्च कर रहा है
बक्सर. नगर परिषद नगर की स्वच्छता की जमकर धजिया उड़ा रहा है. नगर की सफाई की बजाय नगर को ही गंदा करने पर 80 लाख रूपये प्रतिमाह खर्च कर रहा है. धार्मिक घाट की सफाई करने की बजाय ऐतिहासिक एवं धार्मिक महता वाले रामरेखाघाट को डंपिंग जोन बना दिया है. जहां प्रतिदिन गंगा स्नान करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जिसको देखते हुए छात्र शक्ति ने बक्सर नगर परिषद के प्रति कड़ा रूप अख्तियार करते हुए सफाई का चेतावनी तक दिया है. यदि पांच दिनों में नगर परिषद डंप कचरे का नहीं हटाता है तो छात्र शक्ति उक्त कचरे को अपने स्तर से सात दिनों में नगर परिषद कार्यालय परिसर में पहुंचाने का कार्य करेगा. नगर के धार्मिक महता वाले रामरेखाघाट पर कचरे को डंप करने के कारण चारों तरफ बदबू एवं दुर्गंध फैल रहा है. जिसके प्रति छात्र शक्ति ने आक्रोश व्यक्त किया है. आक्रोश व्यक्त करते हुए छात्र शक्ति के संयोजक सौरभ तिवारी ने कहा कि नगर परिषद धार्मिक एवं ऐतिहासिक रामरेखा घाट पर नगर की कचरे को डंप कर रहा है. नगर परिषद के डंप कचरे से रामरेखा घाट पर बदबू फैल रही है. उन्होंने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि नगर परिषद यदि पांच दिन के अंदर में कचरा का उठाव विश्व प्रसिद्ध धार्मिक एवं ऐतिहासिक गंगा घाट से नहीं करता है, तो 7 दिन में इस कचरे को छात्र शक्ति नगर परिषद के कार्यालय में पहुंचाने का कार्य करेंगे. इस मौके पर छात्र शक्ति के संयोजक सौरभ तिवारी के साथ छात्र शक्ति के अन्य कार्यकर्ता एवं गंगा आरती के पुजारी लाल बाबा शामिल रहे. जबकि रामरेखा घाट पर न केवल जिले के बल्कि अन्य प्रदेशों के लोग भी स्नान करने के लिए प्रतिदिन पहुंचते हैं. गंगा घाटों की सफाई को लेकर लाखों रूपये प्रतिमाह नगर परिषद से खर्च किये जाते है. लेकिन सफाई एजेंसी गंगा घाटों की सफाई के प्रति उदासीन बना हुआ है.
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