रॉन्ग साइड से आ रही थी बसहादसे के बाद मची चीख-पुकार

स्थानीय थाना क्षेत्र में मंगलवार की दोपहर दिल दहला देने वाली हादसा हो गया

By Prabhat Khabar News Desk | September 3, 2024 10:06 PM

ब्रह्मपुर. स्थानीय थाना क्षेत्र में मंगलवार की दोपहर दिल दहला देने वाली हादसा हो गया .एन एच 922 रामगढ़ पेट्रोल पंप के पास स्कूल बस और कंटेनर के बीच जबरदस्त भिड़ंत में घायल 40 बच्चों में से लगभग 25 छात्र बुरी घायल भी हो गए हैं. जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. हादसा उस वक्त हुआ जब स्कूल से छुट्टी होने के बाद बस से बच्चे घर आ रहे थे. घटना में किसी तरह की अप्रिय की सूचना नही है. इसके साथ ही सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने बताया कि कई स्कूली बच्चों की हालत डॉक्टरों ने गंभीर बताई है. कुछ लोगों के सिर में काफी चोट लगने से खून भी बह गया है. बताया जाता है कि ब्रह्मपुर थाना क्षेत्र में मौजूद निजी पी एल पब्लिक स्कूल के बच्चे छुट्टी के बाद दोपहर में बस से घर जा रहे थे. तभी 922 बक्सर रोड में रामगढ़ पेट्रोल पंप के पास तेज रफ्तार से आ रही कंटेनर ने इतनी जोरदार टक्कर मारी की बस के परखच्चे उड़ गए.हादसे के बाद मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने स्कूली बच्चों को बस के अंदर से निकाला. ग्रामीण के अनुसार घायल बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है. हादसे के बाद परिवार के लोगों को सूचना मिलने पर पहुंचे. इसके साथ ही परिवार वालों के बीच चीख पुकार मच गई.

बस में फंसे छात्रों के लिए देवदूत बनकर आए ग्रामीण

स्कूल बस में फंसे छात्र बाहर निकलने की स्थिति में नहीं थे. साथ ही तमाम छात्र एक दूसरे के ऊपर गिरे पड़े मिले. हादसे की सूचना मिलने पर आसपास के ग्रामीणों ने बस में फंसे छात्रों के लिए देवदूत बनकर आए और पलटी बस को ग्रामीणों ने एकता का परिचय देते हुए बस को खड़ा कर दिया. वहीं घायल छात्रों को आसपास के निजी अस्पतालों में पहुंचाने के साथ ही उनके परिजनों को भी सूचना देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. अक्षय लाल यादव, बबलू ओझा, महावीर यादव, अमरेंद्र यादव, विवेक यादव, चुनमुन यादव, अभिषेक यादव, मुन्ना ओझा, संतोष यादव ने मानवता का मिसाल कायम करते हुए घायल छात्रों को बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी और उनके मेहनत का ही यह नतीजा निकला की प्रशासन के पहुंचने से पहले ही देवदूत बनकर आए ग्रामीणों ने इन बच्चों को स्कूल बस से बाहर निकाल लिया था.

स्कूल बस के गलत साइड में जाने से हुआ हादसा

ग्रामीणों के अनुसार स्कूल बस अपना समय और खर्च बचाने के चक्कर में गलत दिशा से आ रहा था जो कंटेनर से सीधी टक्कर में हादसे को अंजाम दे डाला. ग्रामीणों ने बताया कि काश यह बस चालक अगर अपने दिशा में आता तो इतना बड़ी घटना न होती. दुर्घटना होने के बाद एनएच 922 पर अफरातफरी का माहौल कायम हो गया. समय रहते ग्रामीणों ने पहुंच कर बच्चों की जान बचा ली. हादसा इतनी जोरदार थी की टक्कर के बाद बस तीन बार लगातार पलटी.

दुर्घटना में चालक समेत मुखिया के दो बच्चे घायल व चार की हालत गंभीर

दुर्घटनाग्रस्त हुई स्कूल बस के चालक सहित चार बच्चों की हालत काफी गंभीर बताई बताई जा रही है. जिन्हें बेहतर इलाज के लिए आरा भेज दिया गया है. जहां उनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. इस दुर्घटना में चालक रघु यादव की स्थिति काफी गभीर है. वही निमेज मुखिया जग नारायण प्रसाद के दो बच्चे सहित निमेज, गायघाट, गरहथा, बलुआ सहित अन्य गांव के बच्चे भी घायल हो गए स्कूल बस में सवार बच्चों की संख्या लगभग तीन दर्जन है जो सभी भी घायल हैं.

स्कूल बस चलती हैं जुगाड़ू पर

सभी विद्यालयों के बाहर स्कूल वाहनों की कतार आम है. यह कितने फिट हैं इसका कोई लेखा जोखा नहीं है. आधे से ज्यादा स्कूल वाहन जुगाड़ पर निर्भर हैं. बच्चों को ठूंसकर बैठाया जाता है. किसी भी स्कूल वैन में बच्चे सुरक्षा बेल्ट लगाए नहीं मिलते हैं. जिस पर स्कूल प्रबंधन ध्यान दे रहा और न परिवहन विभाग. किसी भी स्कूल के बसों को विभागीय अफसर वाहनों की जांच के लिए आता नहीं दिख रहा. सुरक्षित यातायात के नियमों का पालन कराने के लिए भी जिम्मेदार मौजूद नहीं हैं. नैनीजोर, रघुनाथपुर, ब्रह्मपुर, बगेन इलाके खास हैं. अफसरों की सुस्ती का अनुमान इससे भी लगा सकते है.

क्या कहते हैं जिला परिवहन पदाधिकारी

स्कूली बसों का फिटनेस प्रमाण पत्र व रजिस्ट्रेशन अनिवार्य हैं. समय समय पर स्कूल में चलने वाली बसों की जांच की जाती हैं.मानक का अनुपालन नहीं करने वाले स्कूल संचालकों पर जुर्माना भी लगाया जाता हैं.

संजय कुमार जिला परिवहन पदाधिकारी

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