गोलंबर से लेकर एनएच-922 पर जाम की समस्या से आम से खास हो रहे प्रभावित
भरौली में ट्रकों के जाम के कारण प्रतिदिन जिले के वीर कुंवर सिंह सेतु से गोलंबर के रास्ते एनएच-922 पर जाम की स्थिति देर रात के बाद कायम हो रही है.
बक्सर.
भरौली में ट्रकों के जाम के कारण प्रतिदिन जिले के वीर कुंवर सिंह सेतु से गोलंबर के रास्ते एनएच-922 पर जाम की स्थिति देर रात के बाद कायम हो रही है. यह स्थिति नियमित प्रतिदिन कायम होने लगी है. जिससे आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जिससे गाेलंबर से होकर विभिन्न जगहों के लिए आने जाने वाले वाहन प्रभावित हो रहे है. जाम की स्थिति बालू लदे बड़े वाहनों के एक साथ काफी संख्या में पहुंचने के कारण भरौली में भी परेशानी हो रही है. जिसके कारण नगर के गोलंबर पर विशेषतौर पर जाम कायम हो रही है. ट्रॉली वाले ट्रकों के कारण गोलंबर पर मुड़ने में परेशानी हो रही है. जिससे जाम की स्थिति नियमित होने लगी है. पिछले चार-पांच दिनों से नियमित जाम लग रही है. जाम के कारण गोलंबर से अन्य स्थानों को जाने वाले लोगों को परेशानी हो रही है. गोलंबर पर पार करने के लिए ट्रकों के टर्निंग प्वाइंट से आगे बढ़ने का इंतजार करना पड़ रहा है. इसके साथ ही नगर के लगभग हर विद्यालय के वाहन सुबह में बच्चों को लेने व छोड़ने के लिए पहुंचते है. इससे इन्हें इस जाम के झाम से प्रतिदिन प्रभावित होना पड़ रहा है. गोलंबर से पार कर अन्य जगहों की ओर जाने वाले यात्री को अपनी निर्धारित समय से पहले ही यात्रा शुरू करनी पड़ रही है. जिससे निर्धारित समय से अपने गंतव्य तक पहुंच सकें. सुबह होते ही जाम की स्थिति इतनी गंभीर हो जाती है कि वाहनों को एक किलोमीटर की दूरी तय करने में दो से तीन घंटे का समय लगता है. वहीं यूपी में होने वाली जाम की इस समस्या से जिले के लोगों की परेशानी बढ़ गई है. जाम की समस्या अहले सुबह करीब 3 बजे के बाद लग रही है. जो दिन की गति बढ़ने के साथ ही अपेक्षाकृत कम हो जाती है. जबकि सुबह में गोलंबर से एनएच-922 पर पड़री तक जाम की स्थिति कायम रही.आम से खास तक हो रहे है परेशान :
जाम के कारण आम से खास सभी प्रभावित हो रहे है. खास तो सायरन मारते हुए निकल लेते है. लेकिन आम लोगों की परेशानी जस की तस बनी रहती है. वहीं बक्सर से पटना लेन के माध्यम से ही छोटे व विद्यालय के बसों का आवागमन होता है. जिससे इनकी परेशानी कम होती है. वही बक्सर पटना लेन में बक्सर से पटना की ओर एवं छोटे वाहनों का पटना से बक्सर लेन की बजाय बक्सर से पटना लेन में ही आवागमन हो रहा है. जिससे गोलंबर पर छोटे वाहनों को भी पार करने में परेशानी हो रही है. इसके साथ ही प्रतिदिन एंबुलेंस भी फंसते हैं. जिससे मरीजों के साथ कभी भी अनहोनी हो सकती है. एंबुलेंस को भी जगह नहीं मिल पाता है. दो से तीन कतारों में पहले पहुंचने के लिए ट्रक खडे हो रहे हैं. जिससे आवागमन पूरी तरह से प्रभावित हो जा रहा है. जाम के कारण आम से खास सभी प्रभावित हो रहे हैं. खास तो सायरन मारते हुए निकल लेते हैं. लेकिन आम लोगों की परेशानी जस की तस बनी रहती है. वहीं बक्सर से पटना लेन के माध्यम से ही छोटे व विद्यालय के बसों का आवागमन होता है. जिससे इनकी परेशानी कम होती है. वही बक्सर पटना लेन में बक्सर से पटना की ओर एवं छोटे वाहनों का पटना से बक्सर लेन की बजाय बक्सर से पटना लेन में ही आवागमन हो रहा है. जिससे गोलंबर पर छोटे वाहनों को भी पार करने में परेशानी हो रही है. इसके साथ ही प्रतिदिन एंबुलेंस भी फंसते हैं. जिससे मरीजों के साथ कभी भी अनहोनी हो सकती है. एंबुलेंस को भी जगह नहीं मिल पाता है. दो से तीन कतारों में पहले पहुंचने के लिए ट्रक खडे हो रहे हैं. जिससे आवागमन पूरी तरह से प्रभावित हो जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है