बक्सर : बक्सर जिले में खेतों में फसल लहलहा रही है. पूरे तरह सूखने के उपरांत अब किसान फसल काटने की तैयारी में जुटे हैं. कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण ससमय मजदूरों का उपलब्ध नहीं होना किसानों के लिए चिंता का विषय है, लेकिन जिला प्रशासन ने इसके लिए भी समुचित व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है. कृषि विभाग ने जारी किये दिशा निर्देशकोरोनावायरस के संक्रमण से बचाव के लिए कृषि विभाग ने किसानों के लिए जरूरी दिशा निर्देश जारी की है. फसल कटनी एवं दौनी के कार्य के दौरान ज्यादा से ज्यादा मशीनों के इस्तेमाल पर बल दिया गया है. यदि हस्तचालित हंसिया या यंत्र का उपयोग किया जा रहा है तो दिन में उसे कम से कम तीन बार धोने की सलाह दी गयी है. मशीनों की साफ-सफाई खासकर स्टीयरिंग की अच्छी तरह से सफाई की जाये.अपनाएं सामाजिक दूरी, जिंदगी के लिए है जरूरीजारी दिशा निर्देश में सामाजिक दूरी के महत्व को स्पष्ट तरीके से उजागर किया गया है. निर्देश में बताया गया है कटनी या दौनी करते समय खेत में या थ्रेसिंग फ्लोर पर दो लोगों के बीच कम से कम 2 मीटर की दूरी रखना आवश्यक है.
संक्रमण रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के महत्व को उजागर किया गया है ताकि दूरी अपनाकर काम भी हो जाए और कोई व्यक्ति संक्रमित भी न हो. कृषि विभाग के अनुसार सामाजिक दूरी रखना संक्रमण रोकने में सबसे उपयोगी एवं प्रभावी हथियार है. कटनी एवं दौनी के समय चेहरे पर मास्क लगाने की सलाह दी गयी है और जीविका दीदियों द्वारा बनाये गए मास्क इस्तेमाल करने की सलाह दी गयी है. साथ ही समय -समय पर हाथों की सफाई करने का निर्देश जारी किया गया है. इस दौरान पहने गये कपड़ों का दोबारा इस्तेमाल उन्हें अच्छी तरह धोने और सुखाने के बाद ही इस्तेमाल करने की सलाह दी गयी है.सर्दी जुकाम या बुखार के लक्षण वाले व्यक्ति नहीं करेंगे खेतों में कामजारी दिशा निर्देश में बताया गया है कि अगर किसी व्यक्ति को सर्दी, जुकाम, सिर में दर्द अथवा बुखार के लक्षण हो तो उन्हें किसी भी सूरत में खेतों में काम करने की मनाही है. ऐसे व्यक्तियों के बारे में सूचना अविलंब निकट के स्वास्थ्यकर्मी अथवा स्वास्थ्य विभाग को दी जाये. निर्देश में कहा गया है सावधानी ही कोरोना के संक्रमण से बचे रहने का सर्वश्रेष्ठ उपाय है. केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा समय समय पर दिये गये निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन ही हमें कोरोना के संक्रमण से बचा सकता है.