जिले में न्यूनतम तापमान पहुंचा नौ डिग्री सेल्सियस, आम जनजीवन प्रभावित
जिले में ठंड का कहर मंगलवार से विशेष रूप से जारी हो गया है. जिसके कारण लोगों की परेशानी बढ़ गई है. हल्की पछुआ वर्फीली हवा ने लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित कर दिया है.
बक्सर.
जिले में ठंड का कहर मंगलवार से विशेष रूप से जारी हो गया है. जिसके कारण लोगों की परेशानी बढ़ गई है. हल्की पछुआ वर्फीली हवा ने लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित कर दिया है. सड़कों पर नव वर्ष के पहले दिन भी आवागमन कम दिखी. वहीं दोपहर के बाद हल्की धूप जैसा नजारा होने के बाद लोगों ने बच्चों के साथ पार्कों वगैरह में नजर आये. वहीं कामकाजी लोग ठंड को अलाव के माध्यम से कम करते दिखे. वहीं लोग ठंड से बचाव को लेकर अलाव का सहारा ले रहे है. बंद कमरों में भी लोगों को अत्यधिक ठंड का सामना करना पड़ रहा है. जिले में शीतलहर पिछले 30 दिसंबर से जारी है. 31 दिसंबर से सूर्य की किरण भी नसीब नहीं हुआ. वहीं बुधवार को दोपहर बाद सूर्य एवं बादलों की लुकाछीपी जारी रहा. जिससे कभी-कभी सूर्य की रोशनी समयांतराल पर मिलती रही. तापमान में गिरावट होने के कारण लोगों का आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. बुधवार को जिले का न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस एवं अधिकतम 19 डिग्री सेल्सियस रहा. इसके साथ ही पिछले दो दिनों से जिले वासियों को धूप का दर्शन तक नहीं हुआ है. हालांकि बुधवार को अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. बुधवार को कोहरे का प्रभाव तो नहीं दिखा लेकिन हल्कि पछुआ हवा ने शीतलहर बढा दिया है. कनकनी एवं वर्फ की तरह काफी ठंड हवा हल्की चल रही है. जो गर्म कपड़ों को छेदती हुई शरीर को ठंड का एहसास करा रहा है. जिससे बाजार के साथ ही सडकों पर भी आवागमन काफी कम रहा. मौसम के बदलते तेवर से जहां आम जनजीवन प्रभावित है. बुधवार को पूरे दिन धीमी गति से चल रही बर्फीली हवाओं के साथ गलन बनी हुई है. जो अगले कुछ दिनों तक कामय रहेगी. इस दौरान गुरुवार को अधितकतम तापमान में अपेक्षाकृत दो डिग्री सेल्सियस तापमान में वृद्धि रहने की संभावना है. ठंड से बचाव को लेकर सड़क किनारे, अपने प्रतिष्ठानों के आस-पास जहां-तहां लोग अलाव तापते हुए ठंड से निजाता पाते दिखे. ठंड के बढ़ने से मजदूर वर्ग को सबसे ज्यादा परेशानी बढ़ी है. मजदूरी नहीं मिल पा रही है. इसके साथ ही ठंड के कारण बच्चों एवं बुजुर्गों की परेशानी बढ़ गई है. बढ़ती ठंड हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती है. अलाव का लोग ले रहे है सहारा : जिले में दो दिनों से बढ़े ठंड से निजात के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे है. नगर के सड़क किनारों पर अलाव जला ठंड से निजात पा रहे है. वहीं नगर के व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के बाहर भी लोग अलाव जलाकर ठंड से बचने के लिए मशक्कत करते दिख रहे है. घरों में भी कनकनी लोगों को अनुभव हो रही है. जिसके कारण लोगों की खिड़की बंद कर कर्म कपड़ों का सहारा ले रहे है. वहीं आवश्यकता अनुसार लोग अपने घरों में भी अलाव जला रहे है. इसके साथ ही ब्लोअर का उपयोग लोगों द्वारा घरों में गर्मी के लिए किया जा रहा है.ठंड से करें बचाव लापरवाही से हो सकती है बीमारी : जिले में सर्द हवाओं के कारण तापमान में काफी कमी आ गयी है. ऐसे में बच्चों एवं बुजुर्ग लोगों की ठंड से सुरक्षा आवश्यक है. थोडी भी लापरवाही से बच्चे एवं बुजुर्गों को विभिन्न बीमारियों का सामना करना पड सकता है. ठंड के प्रभाव से यदि किसी व्यक्ति को सिरदर्द, थकान, बुखार होने के साथ ही नाक में स्राव होता है. गले में खसरा तो सर्दियों में आम बात है. ठंड के मौसम में आमतौर पर सर्दी जुकाम के साथ ही नीमोनिया, ब्रांकाइटिस जैसी बीमारियां भी हो सकती है. सर्दियों में स्वस्थ रहना है तो अपने खान-पान ठीक रखें, पूरी नींद लें और थोड़ा व्यायाम करे. सर्दियों का प्रभाव ज्यादातर बच्चे एवं बूढ़ों पर दिखता है. जिन्हें थोड़ी असावधानी होने पर कई स्वास्थ्य समस्याएं शरीर पर हावी हो जाता है.
ठंड से बचाव को लेकर क्या करें : पर्याप्त खाना खाइए. सर्दी के दिनों में भूख अधिक लगती है और भूखे पेट सर्दी अधिक लगती है. सुबह पौष्टिक नाश्ता भरपूर कीजिए. खाने में भरपूर ऊर्जा प्रदान करने वाला भोजन कीजिए. इसमें प्रोटीन, पनीर, दूध, अनाज, आलू, ताजे फल और हरी सब्जियों का सेवन कीजिए. गरमागरम सूप लेना भी इन दिनों अच्छा रहता है. गर्म कपड़े भरपूर पहने – मौसम के अनुसार कपड़ों का चयन कीजिए. सर्दी से बचाव का बढ़िया तरीका है. एक ही भारी-भरकम कपड़ा की जगह पतली तह वाले कई गर्म कपड़े पहनिए. घर से बाहर निकले तो पूरे कपड़े में निकले.कमरे का तापमान उच्च बनाए रखें : बहुत अधिक गरम या एयर कंडीशनरयुक्त रूम में न सोएं. इससे आप सर्दी से तो बच जाएंगे, पर सुबह उठने पर आप अपने आपको तरोताजा महसूस करने की अपेक्षा सुस्ती से घिरा पायेंगे. वैसे कमरे का तापमान सामान्य व अपेक्षाकृत उच्च बनाए रखें.फसल पर भी पड़ा है बुरा प्रभाव : शीतलहर एवं अत्यधिक ठंड की शुरूआत होने की वजह से फिलहाल जिले के फसलों को कोई नुकसान नहीं है. दियारा क्षेत्रों में तिलहन के फसलों में फूल आने लगा है जिसपर लाही का प्रभाव दिख सकता है. कृषि वैज्ञानिक डॉ देवकरण ने कहा कि जिले में फिलहाल फसल के लिए लाभदायक है. आलू एवं गेहूं की फसल पर भी बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा. फिलहाल फसलों को लाभ होगा.
जन सुराज ने डीएम से लगायी अलाव जलाने की मांग : जन सुराज के कोर कमेटी के सदस्य एवं बक्सर जिला प्रभारी तथागत हर्षवर्धन एवं जन सुराज पार्टी के प्रदेश कार्य समिति सदस्य बजरंगी मिश्रा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बक्सर के जिला अधिकारी अंशुल अग्रवाल से मांग की है की बढ़ती कड़ाके की ठंड के देखते हुए लोगों की सुविधा के लिए रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड एवं अनेक चौक चौराहों पर अलाव जलने की व्यवस्था की जाये. जिससे आम नागरिक को ठंड से राहत मिल सके. बक्सर एक धार्मिक एवं ऐतिहासिक एवं पौराणिक नगरी है. ऐसे में श्रद्धालुओं एवं भक्तों का आना-जाना लगा रहता है. जिसे देखते हुए ठंड में सार्वजनिक जगहों पर अलाव की व्यवस्था की जाये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है