Buxar News: जिले में बनेंगे 346 पक्का वर्मी कंपोस्ट यूनिट और दो बायोगैस प्लांट
Buxar News:जिले में अब जैविक खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने चतुर्थ कृषि रोड मैप में वित्तीय वर्ष 2023-24 में जिले के सभी प्रखंडों में जैविक खेती प्रोत्साहन योजना लागू किया है
बक्सर
. जिले में अब जैविक खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने चतुर्थ कृषि रोड मैप में वित्तीय वर्ष 2023-24 में जिले के सभी प्रखंडों में जैविक खेती प्रोत्साहन योजना लागू किया है. इसके लिए राशि की स्वीकृति भी दे दी गयी है. इसके तहत पक्का वर्मी कंपोस्ट, व्यवसायिक वर्मी कंपोस्ट इकाई व बायोगैस प्लांट लगाया जा रहा है.पक्का वर्मी कंपोस्ट व बायो गैस प्लांट से तैयार होगा
इसमें सरकार की तरफ से 50 प्रतिशत अनुदान की भी व्यवस्था की गयी है. इस योजना का उद्देश्य जिले के सभी प्रखंडों में जैविक खेती को बढ़ावा देकर खेती को दीर्घकालीन व टिकाऊ बनाना, विषमुक्त अन्न का उत्पादन करना, मिट्टी के स्वास्थ्य की रक्षा व मिट्टी में उपलब्ध लाभदायक जीवाणुओं का संरक्षण करना है.इसके अलावा फसलों के लागत मूल्य में कमी लाना, फसलों के उत्पादन व उत्पादकता में वृद्धि करना, किसानों के शुद्ध आय में वृद्धि करना एवं जैविक उत्पाद उपभोग को बढ़ावा देकर मानव स्वास्थ्य का संवर्द्धन करना है.जिले में भी जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए पक्का वर्मी कंपोस्ट व बायो गैस की योजना का लक्ष्य तय किया गया था. इस योजना का लाभ लेने के लिए कृषि विभाग के वेबसाइट पर वर्मी कंपोस्ट के लिए 500 आवेदन तो बायोगैस प्लांट के लिए 50 आवेदन प्राप्त हुए हैं. हालांकि सभी आवेदन की जांच के उपरांत 346 यूनिट वर्मी कंपोस्ट वही दो बायोगैस प्लांट की स्वीकृति कृषि विभाग के द्वारा दिया गया है.पक्का वर्मी कंपोस्ट व बायोगैस पर मिलेगा 50 % अनुदान
किसानों को पक्का वर्मी कंपोस्ट व बायोगैस पर 50 प्रतिशत अनुदान मिलेगा. पक्का वर्मी कंपोस्ट पर लागत मूल्य का 50 प्रतिशत या अधिकतम पांच हजार रुपए प्रति यूनिट दोनों में से जो कम हो अनुदान दिया जाएगा.75 घन फीट का पक्का वर्मी कंपोस्ट बनाना है.यानि दस फीट लंबा, तीन फीट ऊंचा व ढ़ाई फीट चौड़ा बनाना है.गोबर गैस को बढ़ावा देने के लिए किसानों को दो घन मीटर क्षमता के लिए इसके लागत मूल्य का 50 प्रतिशत या अधिकतम 22 हजार 5 सौ रुपए प्रति इकाई की दर से दोनों में जो कम हो अनुदान दिया जाएगा.इस योजना अंतर्गत वैसे लाभुक जो खेती कर रहे हैं एवं जिनके पास पशुधन है उन्हें अधिकतम तीन वर्मी कंपोस्ट पिट का अनुदान का लाभ दिया जाएगा. पक्का वर्मी कंपोस्ट पिट में लाभुक का नाम एवं योजना से संबंधित सूचना अंकित की जाएगी.एक किसान एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम तीन इकाई के लिए अनुदान ले सकेंगे.
इस योजना अंतर्गत वैसे किसान जो खेती कर रहे हैं एवं जिनके पास पशुधन है को गोबर गैस के प्रोत्साहन के लिए अनुदान दिया जाएगा.इसमें किसानों को दी जानेवाली दो घन मीटर क्षमता के लिए इसके लागत मूल्य का 50 प्रतिशत या अधिकतम 22 हजार 500 में से जो अनुदान दिया जाएगा.उसमें सर्विस प्रोभाइडर को दी जानेवाली टर्न की की राशि 15 सौ रुपए प्रति इकाई भी शामिल है.किसानों को संयंत्र स्थापना के बाद जिला कृषि पदाधिकारी और सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण के अनुशंसा सहित संयुक्त जांच प्रतिवेदन के आधार पर डीबीटी के माध्यम से अनुदान का भुगतान किया जाएगा. वहीं इस संबंध में जिला कृषि पदाधिकारी अविनाश शंकर ने बताया कि सरकार ने जिले में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए पक्का वर्मी कंपोस्ट व बायो गैस योजना का लक्ष्य तय किया है.50 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है