फाइल- 4- पैक्स चुनाव में बूथ बदलने के लिए ग्रामीणों ने उठायी आवाज, चुनाव प्रभावित होने की जतायी आशंका
फाइल- 4- पैक्स चुनाव में बूथ बदलने के लिए ग्रामीणों ने उठाई आवाज
फोटो-3- निर्वाचन विभाग में आवेदन जमा करते पैक्स सदस्य. संवाददाता, राजपुर प्राथमिक कृषि सहकारी साख समिति के तहत पैक्स चुनाव से पूर्व दावा-आपत्ति आवेदन प्रक्रिया में बूथ बदलने के लिए भी लोगों ने आवाज उठानी शुरू कर दी है. नागपुर पंचायत के पहुंचे बबलू सिंह ने दिये आवेदन में आरोप लगाया है कि निर्वाचन विभाग के तहत चुनाव संबंधित कोई भी बूथ प्रत्याशी के घर से 200 मीटर से अधिक दूरी एवं सरकारी भवन में होना चाहिए, जबकि यहां बनाया गया बूथ पैक्स गोदाम में है. यह पैक्स अध्यक्ष की निजी जमीन में है एवं उनके घर से इसकी दूरी 200 मीटर से भी कम है. ऐसे में चुनाव प्रभावित होने की संभावना है. कैथहर कला के सिद्धेश्वर पांडेय ने दिये आवेदन में बताया है कि मानिकपुर में बूथ होना चाहिए. पहले से बना बूथ परसिया स्कूल पर है. पैक्स अध्यक्ष के प्रभाव से वोट गड़बड़ होता है. दुल्फा के चंद्रप्रकाश तिवारी ने बताया कि यहां का बूथ पैक्स अध्यक्ष के निजी गोदाम में है. इसको किसी सरकारी स्कूल में होना चाहिए. इसके अलावा सहकारिता विभाग में आ रही गड़बड़ी का लगातार खुलासा हो रहा है. इसमें व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी दिख रही है. मुख्यालय पर पहुंचे लोगों का कहना था कि सरकार इस विभाग को मजबूत करने के लिए लगातार प्रचार-प्रसार के माध्यम से यह दावा करती है कि ऑनलाइन आवेदन देने के बाद उसे इस सहकारिता विभाग का सदस्य बनाया जायेगा. फिर भी इसमें गड़बड़झाला है. सारी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद भी इसमें सुधार नहीं हो रहा है. अकबरपुर पंचायत के गणेश राम ने बताया कि इन्हें सह सदस्य बनाया गया है, जबकि इससे पहले वर्ष 2019 में यह सहकारिता विभाग के सदस्य थे, तो फिर इन्हें सह सदस्य कैसे घोषित किया गया. खीरी के हृदयनारायण राम, ललन शर्मा, अनंत राम, बाबूलाल राम, सुरेंद्र राम ने पैक्स अध्यक्ष ने मनमानी तरीके से समिति के विरुद्ध काम करने का आरोप लगाकर सदस्यता से बाहर का रास्ता दिखा दिया है एवं चुनाव प्रक्रिया में भाग नहीं लेने के लिए कुछ लोगों को सह सदस्य बनाया गया है. फिलहाल सहकारिता विभाग में दिख रही गड़बड़ी लोगों में चर्चा का विषय बनी हुई है. क्या बोले अधिकारी पैक्स निर्वाचन से पूर्व मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन कर दिया गया है. संबंधित लोगों की जो शिकायत है, उनका आवेदन प्राप्त किया जा रहा है. आवेदन प्राप्ति के बाद सहकारिता विभाग के नियमों के अनुकूल आवेदनों की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी. सिद्धार्थ कुमार , बीडीओ सह निर्वाची पदाधिकारी राजपुर
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