जब तेरे मयखाने में तेरी याद संग झूम लेती हूं…
शहर के नयी बाजार स्थित ब्लॉक मुख्यालय के पास सोमवार की रात साबित खिदमत फाउंडेशन एवं गुलशन-ए-अदब के तत्वावधान में मुशायरा का आयोजन किया गया
बक्सर. शहर के नयी बाजार स्थित ब्लॉक मुख्यालय के पास सोमवार की रात साबित खिदमत फाउंडेशन एवं गुलशन-ए-अदब के तत्वावधान में मुशायरा का आयोजन किया गया. जिसमें शेरों-शायरी से शायरों ने समा बांध दिया. इस मुशायरे में देश की जानी मानी हस्तियों ने शिरकत किया.पूनम बनारसी से लेकर सुहैल उस्मानी, फजीहत गहमरी, निजाम बनारसी व आज़मी आदि शायरों ने अपनी रचनाओं को प्रस्तुत कर पूरा महफिल लूट लिया. शायर एवं उद्घोषक साबित रोहतास्वी ने भी खूब वाहवाही लूटी. उन्होंने कहा कि ये शायरी मैं बक्सर तथा यहां के कलमकारों व चिकित्सकों के नाम सुपुर्द कर रहा हूं. सुहैल उस्मानी ने शेर पढ़ते हुए कहा अब मुझे बुरा नहीं कहते, क्या आईना देखने लगे हो तुम.. पूनम बनारसी ने जब तेरे मयखाने में तेरी याद संग झूम लेती हूं पढ़ा तो पूरा हॉल तालियों से गड़गड़ा गया.बक्सर के शायर प्रीतम जी ने भी खूब जमाया. अपने हंसने हंसाने के अंदाज से फजीहत गहमरी ने सबको खूब गुदगुदाया. सीनियर डिप्टी कलेक्टर अल्लामा मुख्तार ने कहा कि इस तरह के मुशायरे से आपसी सौहार्द बढ़ता है. उद्घाटन सत्र में आशुतोष गुप्ता जी भी शामिल थे. मौके पर मौके पर डॉ. सीएम सिंह, डॉ.ए के सिंह, सामाजिक न्याय के भोजपुर जिलाध्यक्ष एवं प्रसिद्ध सर्जन डॉ विजय कुमार गुप्ता, डॉ. दिलशाद आलम, डॉ. निसार, फक्र आलम, गुलाम सर्वर, महताब आलम, डॉ. खालिद रजा इंजीनियर, शाहिद, हामिद रजा, ख्वाजा मुर्शीद रजा, इखलाक अहमद, डाॅ. पीके पांडेय, डॉ. विजय गुप्ता आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है