बक्सर
. पहले से तय सोन नहर की जमीन से अतिक्रमण हटाओ अभियान की हवा पहले ही दिन निकल गयी. पहले से तय कार्यक्रम के तहत शनिवार को प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचे. लेकिन शहर के ज्योति प्रकाश चौक पर धरना पर बैठे दुकानदार संघ के वाजिब विरोध के आगे घुटने टेक तीन माह के मोहलत के साथ अधिकारी वापस लौट गए.सदर, डुमरांव और राजपुर विधायक बैठे थे धरने पर
धरनार्थियों के समर्थन में बैठे सदर विधायक मुन्ना तिवारी, डुमरांव विधायक अजीत कुमार सिंह व राजपुर विधायक विश्वनाथ राम व प्रशासनिक अधिकारियों के बीच घंटों रस्साकशी चली. इस बीच अधिकारी यह नहीं तय कर पाए कि जिस जमीन को कब्जा मुक्त कराना है वह जल संसाधन विभाग की है अथवा नगर परिषद की. लिहाजा जल संसाधन विभाग व नगर परिषद के दावे-प्रतिदावे के चलते प्रशासन खुद की कमजोरियों में उलझकर रह गया और दोनों विभागों को समन्वय बनाकर मामले को सुलझाने के लिए तीन माह का समय देकर अधिकारी अतिक्रमण हटाने की खानापूरी कर चलता बने. इसके बाद शाम को ज्योतिप्रकाश चौक से पूरब अतिक्रमित जमीन से कुछ अस्थायी दुकानों को उजाड़ा गया और अन्य लोगों को नसीहत के साथ कोरम पूरा किया गया. अब देखना यह है कि विवादित भूखंडों से इतर अन्य भूखंडों को अतिक्रमण मुक्त कराया जा रहा अथवा पूर्व की तरह अतिक्रमण हटाने का कोरम पूरा कर प्रशासन चुप्पी साध लेता है. दो विभागों की खिंचतान में मारे जा रहे दुकानदार : बताया जाता है कि सोन नहर की जमीन पर कुल 68 दुकानों का निर्माण हुआ है. जिसपर खुद का दावा कर दुकानदारों से किराया नगर परिषद वसूल करती है.
आवंटित दुकानों के दुकानदार नियमित रूप से किराया जमा कर देते
आवंटित दुकानों के दुकानदार नियमित रूप से किराया जमा कर देते हैं. लेकिन सोन नहर प्रमंडल द्वारा खुद की जमीन बताकर अतिक्रमण हटाने का प्रयास कर रहा है. उसी संदर्भ में सदर अनुमंडल धीरेन्द्र मिश्र द्वारा शनिवार से अतिक्रमण हटाने का आदेश निर्गत किया गया था. जिसमें कहा गया है सोन नहर अवर प्रमंडल के 243 भूखंड अतिक्रमित है. चिन्हित अतिक्रमित जमीन नाथ बाबा मंदिर से लेकर ज्योति प्रकाश चौक होते हुए बस स्टैंड व सिंडिकेट तक है. जिसे कब्जा मुक्त कराने हेतु अभियान चलेगा. इसको लेकर सदर एसडीओ धीरेन्द्र कुमार मिश्र, सदर अंचलाधिकारी प्रशांत शांडिल्य, नगर परिषद के अधिकारी व नगर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा समेत पुलिस बल के जवान मौजूद थे.
स्थायी समाधान की विधायकों ने उठायी आवाज
धरना में शिरकत कर रहे तीनों विधायकों ने ज्योति प्रकाश चौक स्थित दुकानदारों के समर्थन में अपनी आवाज बुंलद किया और स्थाई निदान की आवश्यकता जतायी. उनका कहना था कि कटरा के दुकानदार नगर परिषद को नियमित किराया देते हैं. ऐसे में जल संसाधन विभाग एवं नगर परिषद को यह तय करना है कि किराया का हकदार कौन है, ताकि दुकानदार उन्हीं को कराया दे सकें. क्योंकि दो विभागों की लड़ाई में दुकानदार हकलान रहते हैँ और उनके साथ कब क्या होगा इसको लेकर सहमे रहते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है