Buxar News : योगी बसंत नाथ जी का देहावसान, दी गयी समाधि
बसंत बाबा कैलाश चले शिव शंकर से मिलने के जयकारे के साथ योगी बसंत नाथ जी के पार्थिव शरीर के साथ भक्तों ने नाथ बाबा मंदिर की परिक्रमा की. इसके बाद नाथ संप्रदाय के पूरे विधि-विधान से उनको समाधि दी गयी.
बक्सर. बसंत बाबा कैलाश चले शिव शंकर से मिलने के जयकारे के साथ योगी बसंत नाथ जी के पार्थिव शरीर के साथ भक्तों ने नाथ बाबा मंदिर की परिक्रमा की. इसके बाद नाथ संप्रदाय के पूरे विधि-विधान से उनको समाधि दी गयी. बताते चलें कि योगी बसंत नाथ जी वर्ष 1978 से श्री आदिनाथ अखाड़ा चरित्रवन ( नाथ बाबा मंदिर) में बाबा की शिष्यता ग्रहण कर आश्रम से जुड़े थे. कुछ माह पूर्व वे घायल हो गये थे तथा उनका इलाज ट्रॉमा सेंटर वाराणसी में चल रहा था, जहां मंगलवार की रात उन्होंने अपने शरीर को त्याग दिया. खबर सुबह होते ही पूरे भक्तों के बीच फैल गयी तथा बड़ी संख्या में भक्त आश्रम पहुंच गये, जहां बाबा के पार्थिव शरीर को बनारस से लाया गया. भक्तों में महिलाएं एवं पुरुष योगी बसंत नाथ जी का अंतिम दर्शन करने के लिए व्याकुल दिखाई दिये.
शिष्यों व भक्तों ने अंतिम यात्रा निकाली
योगी बसंत नाथ जी महाराज को फूलों से सजाकर दर्शन के लिए आश्रम में रखा गया था. बाद में आश्रम के शिष्यों एवं भक्तों ने बाबा की अंतिम यात्रा निकाली तथा पूरे आश्रम की परिक्रमा करायी. इस बीच भक्त जयकारे के साथ “बसंत बाबा कैलाश चले, शिव शंकर से मिलने चले ” का जोर-जोर से उच्चारण कर रहे थे. इसके बाद मंदिर में निर्धारित स्थान पर उनकी समाधि बनायी गयी. नाथ संप्रदाय के विधि-विधान से सभी अनुष्ठान को किया गया. अपने संबोधन में मठाधीश्वर महामंडलेश्वर योगशील नाथ जी महाराज ने कहा कि यह बहुत दुख की घड़ी है, योगी बसंत नाथ जी वर्ष 1978 से आश्रम से जुड़े हुए थे तथा पूरे आश्रम की व्यवस्था देखते थे एवं सेवा कर रहे थे. उनके देहावसान से पूरा आश्रम एवं भक्ति दुखी है. भगवान शिव के चरणों में उन्हें स्थान मिले. आगामी तीन दिनों तक अभिषेक एवं पूजा आयोजित की जायेगी तथा तीसरे दिन भंडारा का आयोजन किया जायेगा. अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए राजस्थान से नाथ संप्रदाय के सुंदर नाथ जी, जीतनाथ जी एवं फैजाबाद से सुमेश नाथ जी के अलावा चंद्रभूषण मिश्रा, देवेंद्र जी अन्य कई साधु-संत एवं भक्त उपस्थित थे.
महर्षि विश्वामित्र फाउंडेशन ने प्रकट की संवेदना
नाथ संप्रदाय के समर्पित संत व नाथ बाबा के प्रिय सहयोगी योगी बसंत नाथ बाबा के ब्रह्मलीन होने पर महर्षि विश्वामित्र फाउंडेशन ने शोक जताया है. फाउंडेशन के राष्ट्रीय संयोजक राजकुमार चौबे ने गहरा शोक प्रकट करते कहा कि बक्सरवासियों के लिए अपूरणीय क्षति है. फाउंडेशन इस क्षति के लिए काफी दुखी है. फाउंडेशन के सदस्यों ने शाहाबाद संयोजक रविराज की अध्यक्षता में एक शोकसभा कर बसंत नाथ की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा. ईश्वर से उन्हें मोक्ष देने के लिए प्रार्थना की. शोकसभा में धीरज सिंह, हरिशंकर दुबे, अनिरुद्ध तिवारी, सिधेश्वरानंद बक्सरी, बिमलेंदु कुमार बबलू समेत अन्य लोग मौजूद रहे.
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