Bihar News: गया के विष्णुपद स्थित श्मशान घाट में इस माह के अंत तक प्रदूषण रहित शवदाह की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी. नगर निगम इसके लिए जोर-शोर से छोटी-मोटी कमियों को दूर करने में लगा है. मशीन जिस एरिया में लगायी गयी है, वहां नदी व रोड की ओर स्टील का गेट लगाया जा रहा है. यहां 10 क्रिमिएशन मशीनों के अलावा पार्क, वेटिंग हॉल, चेंजिंग रूम व शौचालय के साथ स्थानीय दुकानदारों के लिए 20 पक्के दुकान बनाये गये हैं.
श्मशान घाट की तस्वीर पूरी तौर से बदली-बदली नजर आ रही है. यहां हिंदू रीति-रिवाज की सारी प्रक्रियाओं को पूरा करने का मौका भी मिल सकेगा. अंतिम संस्कार के समय चिता सजाना, मुखाग्नि देना, कपाल क्रिया करने सहित अन्य परंपरा को पूरा किया जा सकेगा. अंतिम संस्कार के बाद लोगों को अस्थियां एकत्र कर प्रवाहित भी कर सकते हैं. नगर निगम सूत्रों के अनुसार, यहां शवदाह के समय लोगों को पुरानी प्रक्रिया से विपरीत कुछ भी नजर नहीं आयेगा.
निगम तय करेगा निश्चित राशि
शवदाह व मशीन की देखरेख के लिए नगर निगम की ओर से एक प्राइवेट एजेंसी को जिम्मेदारी दी जानी है. इसके लिए सारी प्रक्रिया पूरी की जा रही है. प्राइवेट एजेंसी की जिम्मेदारी होगी कि निश्चित पैसा शवदाह के लिए पहुंचनेवाले लोगों से लेकर समुचित ढंग से अंतिम संस्कार की व्यवस्था करेंगे. यहां पर हर चीज की रेट फिक्स होने की बात भी कही जा रही है. ऐसे भी पहले की तुलना में शवदाह में लकड़ी आधा से भी कम लगना है. वर्तमान की शवदाह प्रक्रिया में प्रदूषण का फैलाव अधिक होता है. मशीन से शवदाह के बाद धुएं को फिल्टर कर 100 फुट ऊंचा छोड़ा जायेगा. मशीन लगाने व योजना में सारे काम लगभग पूरे हो गये हैं.
बोधगया में बनेगा इको वेंडिंग जोन
बोधगया. अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल बोधगया में जल्द ही इको वेंडिंग जोन बन कर तैयार हो जायेगा. इसके लिए जयप्रकाश उद्यान की चहारदीवारी से सटे एसबीआइ मोड़ के बाद जगह चिह्नित की गयी है और जल्द ही डीपीआर बन कर तैयार हो जायेगी. अगले साल यानी फरवरी या मार्च तक इको वेंडिंग जोन भी बन कर तैयार हो जायेगा और इसमें फुटपाथी दुकानदारों को दुकानें आवंटित की जायेगी. इस बारे में बोधगया नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी कुमार ऋत्विक ने बताया कि वेंडिंग जोन की दुकानों की छत व दीवार रिसाइकिल वाले प्लास्टिक से तैयार किये जायेंगे और सोलर प्लेट के माध्यम से लाइट की व्यवस्था की जायेगी.
इसके साथ ही वाटर हार्वेस्टिंग की भी व्यवस्था की जायेगी, ताकि जल संचयन हो सके. शुरुआती दौर में 10 दुकानों को तैयार किया जायेगा और उसके बाद अन्य दुकानों को भी तैयार किया जायेगा. उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल बोधगया में सड़क के किनारे स्थित फुटपाथी दुकानों (बुद्धा मार्केट) को दर्शनीय व आकर्षक बनाने की दिशा में इको वेंडिंग जोन तैयार किया जा रहा है. उम्मीद है फरवरी के अंत में या मार्च के शुरुआती दिनों में उक्त दुकानों में दुकानदारी शुरू हो जायेगी.
Posted by: Radheshyam Kushwaha