बिहार के गया, बेलागंज, मखदुमपुर, जहानाबाद और मसौढ़ी में बनेगा बाइपास, पटना-गया-डोभी फोरलेन के चौड़ीकरण का काम शुरू
गया शहर में एनएच-83 के पुराने भाग के पहाड़पुर से दोमुहान तक को एनएच-120 में शामिल करते हुए फोरलेन चौड़ीकरण का प्रस्ताव केंद्रीय मंत्रालय को भेजा गया है. इससे गया शहर सहित वहां के हवाईअड्डे को फोरलेन कनेक्टिविटी मिलेगी.
पटना. पटना-गया-डोभी फोरलेन के चौड़ीकरण का काम शुरू हो गया है. करीब 127 किलोमीटर लंबी इस सड़क के चौड़ीकरण पर करीब 1609 करोड़ रुपये की लागत आयेगी. इस सड़क का निर्माण तीन चरणों में किया जायेगा.
पटना और डोभी के बीच गया, बेलागंज, मखदुमपुर, जहानाबाद और मसौढ़ी में बाइपास बनेगा. इससे ग्रैंड ट्रंक रोड तक की कनेक्टिविटी मजबूत होगी. यह जानकारी पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडेय ने गुरुवार को दी.
उन्होंने इस योजना की पाक्षिक समीक्षा कर सभी अवरोधों को समय पर दूर करते हुए निर्धारित समय सीमा में काम पूरा कराने का अधिकारियों को निर्देश दिया है.
मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि पटना-गया-डोभी सड़क राजधानी पटना को दक्षिण बिहार से और स्वर्णिम चतुर्भुज से जोड़ने के लिए महत्वपूर्ण मार्ग है. साथ ही अंतरराष्ट्रीय महत्व के पर्यटन स्थल बोधगया को भी इस सड़क से कनेक्टिविटी मिलेगी.
एनएचएआइ द्वारा जापान इंटरनेशनल काॅरपोरेशन एजेंसी के वित्तीय सहयोग से इस सड़क का फोरलेन चौड़ीकरण कराया जा रहा है.
पटना जिले में करीब 39 किलोमीटर के निर्माण पर करीब 649 करोड़, जहानाबाद जिले में करीब 44 किलोमीटर के निर्माण पर करीब 496 करोड़ और गया जिला में करीब 44.22 किमी निर्माण पर करीब 464 करोड़ रुपये की लागत आयेगी.
इस परियोजना में गया शहर के लिए 25 किलोमीटर लंबा बाइपास बनेगा. यह उत्तर में चाकंद से गया शहर के दक्षिण में मगध विश्वविद्यालय, बोधगया के निकट दोमुहान के पास मिल जायेगा. वहीं पटना-गया के बीच बेलागंज, मखदुमपुर, जहानाबाद और मसौढ़ी में भी बाइपास बनेगा.
इस सड़क में 65 किमी हरित क्षेत्र होगा. गया शहर में एनएच-83 के पुराने भाग के पहाड़पुर से दोमुहान तक को एनएच-120 में शामिल करते हुए फोरलेन चौड़ीकरण का प्रस्ताव केंद्रीय मंत्रालय को भेजा गया है. इससे गया शहर सहित वहां के हवाईअड्डे को फोरलेन कनेक्टिविटी मिलेगी.
Posted by Ashish Jha