19 मई- फोटो- 4- खेत में बर्बाद पड़ा गोभी की सब्जी राजपुर. प्रखंड के कोनौली गांव में पारंपरिक खेती से आधुनिक खेती में लगे युवा किसान अंकित सिंह को इस बार लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है.वह अपने कृषि फार्म हाउस पर लगभग पांच एकड़ खेत में शेडनेट हाउस एवं अन्य खेतों पर समेकित कृषि प्रणाली के तहत कई सब्जी की फसलों की खेती की है.जिनमें प्याज,विभिन्न प्रकार की हरी सब्जियां,खीरा,खरबूज हरा मिर्च,टमाटर,गोभी के अलावा कई अन्य सब्जियों की खेती किया है.जिसमें लगभग एक एकड़ से अधिक रकबा में इस बार गोभी की फसल को उगाया था. गोभी की नर्सरी तैयार करने में लगभग दस रुपये से अधिक खर्च किए गए थे. इस फसल की रोपाई के बाद समय पर सिंचाई नहीं होने से पूरी फसल सूखकर बर्बाद हो गयी है. जिसकी कीमत लगभग चार लाख से अधिक बताई जा रही है. किसान ने बताया कि अगर इस सब्जी का उत्पादन अच्छा होता तो बाजार में इसकी अच्छी कीमत मिलती. हालांकि पौधों की रोपाई के बाद लगभग तीन से चार बार डीजल इंजन पंप सेट से सिंचाई की गयी थी. डीजल अधिक महंगा होने के वजह से बीच में ही सिंचाई का कार्य बंद करना पड़ा. व्यापक पैमाने पर की गई खेती की सिंचाई के लिए लगातार पानी की आवश्यकता पड़ गयी. जिसके लिए बिजली विभाग को उनके द्वारा कई बार लिखित आवेदन देकर अपने कृषि फार्म हाउस पर बिजली का खंभा एवं ट्रांसफार्मर लगाने की मांग की गयी थी. बावजूद विभाग के तरफ से समय पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. उनके फार्म हाउस पर जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल भी भ्रमण कर इनका उत्साहवर्धन करते हुए समय पर सारी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए बात कहा था. फिर भी समय पर व्यवस्था नहीं होने से भारी नुकसान उठाना पड़ गया है.
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