हंगामा के बीच पेश हुई सीएजी की रिपोर्ट, डिप्टी सीएम के हाथ से की गयी फाइल छिनने की कोशिश
विधानसभा के पहले पाली की कार्यवाही मंगलवार को हंगामा की भेंट चढ़ गयी. निर्धारित समय पर कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत अन्य सभी विपक्षी सदस्यों ने बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक-2021 का विरोध शुरू कर दिया. सभी विपक्षी सदस्य वेल में पहुंच गये और जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी. इनकी मांग थी कि सरकार इस नये पुलिस विधेयक को वापस ले.
पटना. विधानसभा के पहले पाली की कार्यवाही मंगलवार को हंगामा की भेंट चढ़ गयी. निर्धारित समय पर कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत अन्य सभी विपक्षी सदस्यों ने बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक-2021 का विरोध शुरू कर दिया. सभी विपक्षी सदस्य वेल में पहुंच गये और जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी. इनकी मांग थी कि सरकार इस नये पुलिस विधेयक को वापस ले.
अध्यक्ष के कई बार समझाने के बाद भी जब सदस्य शांत नहीं हुए, तो सात मिनट बाद ही कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी. दोपहर निर्धारित समय पर फिर से जब कार्यवाही शुरू हुई, तो विपक्षी सदस्य फिर इस बिल का विरोध करते हुए वेल में पहुंच गये और जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी. इस बार विपक्षी सदस्यों ने कागज फाड़कर अध्यक्ष के सामने उड़ाया, सेंटर टेबुल और कुर्सी को पटका.
इस हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही चलती रही और डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने सीएजी की मार्च 2018 तक की रिपोर्ट को सदन पटल पर रखा. जब वह रिपोर्ट प्रस्तुत कर रहे थे, तो वेल में हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों में सीपीएम के विधायक सत्येंद्र यादव डिप्टी सीएम के पास पहुंच कर उनके हाथ से फाइल छिनने की कोशिश की. इसका पूरजोर विरोध सत्तापक्ष के विधायकों ने किया. इस घटना के बाद मार्शल ने हंगामा कर रहे विधायकों को थोड़ा पीछे किया.
हंगामा शांत कराते हुए अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि जिस बिल का विपक्षी सदस्य विरोध कर रहे हैं, वह जब पेश होगा, तब उसका विरोध करना उचित होगा. आज सभी प्रश्नों के जवाब आये और सात बिल भी पेश होना है. परंतु विपक्षी सदस्यों के हंगामे की वजह से पहली पाली में प्रश्नोत्तर काल नहीं चला.
इसके बाद भी जब विपक्षी सदस्यों का हंगामा जारी रहा, तो कार्यवाही को भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दी गयी. हंगामा के दौरान कुछ सदस्यों ने सदन के सेंट्रल टेबुल पर कुर्सी रख दी, जिसे मार्शल ने हटाया. कार्यवाही स्थगित होने के बाद भी कुछ विपक्षी सदस्य वेल में जमे रहे और थोड़ी देर तक हंगामा करते रहे.
Posted by: Radheshyam Kushwaha