कॉलगर्ल सप्लायर ने पुलिस अधिकारियों के खोले राज, कहा रात गुजारने के बाद DSP नहीं देते थे पैसा, जांच शुरू

Call girl supplier News: डीएसपी अमर कांत चौबे ही नहीं सहरसा और मधेपुरा के कई पुलिस अधिकारी लड़की के साथ रात गुजारने के बाद पैसा नहीं देते थे. पहले लड़की के साथ एक घंटा का वक्त गुजारने के बदले 300 रुपया और चार घंटा गुजारने के बदले 500 रुपया देने की बात हुई थी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 11, 2023 8:54 AM

राजेश कुमार ओझा

पुलिस अधिकारी लड़की के साथ रात गुजारने के बाद पैसा नहीं देते थे. पैसा मांगने पर मारपीट करते थे. वे जेल भेजने की भी धमकी दिया करते थे. मधेपुरा SP के मोबाइल चोरी के आरोप में गिरफ्तार कॉलगर्ल स्प्लायर (Call girl supplier) ने यह रहस्योघाटन किया. सोशल मीडिया पर उसका यह वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है. पूरा मामले के सामने आने के बाद डीआईजी शिवदीप लांडे ने पूरे मामले की जांच का आदेश दिया है. जांच रिपोर्ट तीन दिनों के अंदर सौंपने का निर्देश भी उन्होंने दिया है. इधर, मामले के सामने आने के बाद डीएसपी अमरकांत चौबे अवकाश पर चले गए हैं.

रात गुजारने के बाद पैसा नहीं देते थे

कॉलगर्ल स्प्लायर (Call girl supplier)ने कहा कि डीएसपी अमर कांत चौबे ही नहीं सहरसा और मधेपुरा के कई पुलिस अधिकारी के घर मैं लड़की पहुंचाने का काम करती थी. इसके बदले पुलिस अधिकारी लड़की के साथ एक घंटा का वक्त गुजारने के बदले 300 रुपया और चार घंटा गुजारने के बदले 500 रुपया दिया करते थे. मुझे लड़की पहुंचाने के लिए अलग से 200 रुपया देते थे. कॉलगर्ल स्प्लायर ने कहा कि शुरु में तो डीएसपी अमर कांत चौबे समेत अन्य पुलिस अधिकारी पैसा देते थे. लेकिन, पिछले कुछ दिनों से उन लोगों ने पैसा देना बंद कर दिया था. पैसा मांगने पर वे लोग हम लोगों के साथ मारपीट किया करते थे और जेल भेजने की धमकी भी दिया करते थे. इधर, मैं जिस लड़की को लेकर उनके पास जाती थी वो मुझे पैसा के लिए तंग किया करती थी. इससे परेशान होकर हमने डीएसपी अमरकांत चौबे के पास लड़की भेजकर लड़की से उनका मोबाइल गायब करवा लिया था.लड़की ने डीएसपी के साथ समय गुजारने के बाद तकिया के नीचे से उसका मोबाइल लेकर फरार हो गई.

ऐसे सामने आया पूरा मामला

दरअसल, लड़की ने जो मोबाइल चुराया वह मधेपुरा एसपी का मोबाइल था. एसपी के अवकाश पर रहने पर वह मोबाइल प्रभारी एसपी डीएसपी अमरकांत चौबे के पास था.डीआईजी शिवदीप लांडे ने प्रभारी एसपी को किसी काम के लिए जब फोन किया तो वह फोन बंद मिला. डीआईजी ने एसपी साहेब के मोबाइल को सर्विलांस पर ले लिया. मोबाइल का लोकेशन सहरसा में देख डीआईजी साहेब सकते में आ गए. आनन फानन में मोबाइल बरामद किया गया और महिला से जब पूछताछ हुआ तो सारा मामला सामने आ गया.इधर, इस मामले में मधेपुरा के एसपी राजेश कुमार ने कुछ भी बताने से इंकार करते हुए का कि मुझे इस मामले की कोई जानकारी नहीं है.

डीआईजी ने दिए जांच के निर्देश

इस मामले को लेकर डीआईजी शिवदीप लांडे ने मधेपुरा जिले के डीएसपी मुख्यालय अमरकांत चौबे पर लगे आरोप की जांच के लिए एक टीम का गठन करते हुए 36 घंटे के अंदर पूरे मामले की रिपोर्ट देने को कहा है. डीआईजी शिवदीप लांडे के निर्देश पर सुपौल के एसपी डी अमरकेश के नेतृत्व में जांच शुरु हो गई है. जांच सुपौल एसपी डी अमरकेश के नेतृत्व में होगी. जबकि जांच टीम में सुपौल एसपी डी अमरकेश, सहरसा के मुख्यालय डीएसपी एजाज हफीज मानी, पुलिस निरीक्षक सदर अंचल निरीक्षक प्रशांत कुमार और अतिरिक्त सदस्य के रूप में सहरसा महिला थानाध्यक्ष प्रेमलता भूपाश्री को भी शामिल किया गया है.

Next Article

Exit mobile version