campus news: संस्कृत विवि के कर्मचारी हड़ताल पर, जानिए बीएड कोर्स में नामांकन के लिए कब से होगी काउंसेलिंग
चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड-2023 में नामांकन के लिए ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय (Lalit Narayan Mithila University)दरभंगा (नोडल विश्वविद्यालय) में कल 18 जुलाई से छात्र-छात्राओं की काउंसेलिंग होगी.
सप्तम वेतनमान की बकाया अंतर राशि व एसीपी/एमएसीपी के लंबित भुगतान समेत 11 सूत्री मांगों को लेकर कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के शिक्षकेतर कर्मचारी सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये. इससे विश्वविद्यालय का कामकाज पूरी तरह से ठप हो गया है. शिक्षकेतर कर्मचारियों ने उपस्थिति तो बनायी, पर काम नहीं किया. हड़ताल पर गए कर्मचारियों का कहना था कि जिन मांगों को सात दिनों में पूरा करने का विवि प्रशासन ने समझौता किया था, वह ढाई माह में भी पूरा नहीं हुआ.
इसी कारण कर्मचारियों को फिर से आंदोलन करने की जरूरत आ पड़ी है. मांग पूरी करने की जो समय सीमा तय की गयी थी, उसके बीतने के बाद कुलपति दो बार सात- सात दिन का समय ले चुके हैं. इससे पहले जब मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी गयी थी, तो कुलसचिव एवं कुलपति ने 20 दिनों का फिर समय मांग लिया था. आश्वासन पर तब आंदोलन नहीं किया गया. समय बीत जाने के बावजूद मांग पूरी नहीं की जा सकी. मजबूर होकर फिर से आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा है. कर्मियों ने कहा कि इसके बाद भी बात नहीं बनेगी, तो आंदोलन का स्वरूप बदल कर संघर्ष करेंगे.
इन मांगों को लेकर हो रहा आंदोलन
कर्मियों का कहना है कि वेतन मद के सप्तम वेतनमान के बकाया अंतर राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है. एसीपी/एमएसीपी का लंबित भुगतान, जेएम पोर्टल/कोटेशन के आधार पर सामान का क्रय करने, चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों को वर्दी उपलब्ध कराने, 2018 की तरह परिनियमानुसार कर्मचारियों को प्रोन्नति देने, अनुकंपा के आधार पर पाल्यों की शीघ्र नियुक्ति, सेवानिवृत्ति के तिथि को पीपीओ निर्गत करना, शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को सीनेट में प्रतिनिधित्व देने के लिए चुनाव की प्रक्रिया कार्यालय स्तर से शीघ्र करना आदि मांगों में शामिल है. आंदोलन में शामिल प्रमुख कर्मियों में संस्कृत विवि शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष डॉ अनिल कुमार झा, महासचिव सुनील कुमार सिंह, संगठन मंत्री रवींद्र नाथ मिश्र के अलावा अभिमन्यु कुमार, सुशील कुमार झा, कुंदन कुमार भारद्वाज, राजा मणि, संजय कुमार मिश्र, सुजीत कुमार, गोपाल उपाध्याय, रामचंद्र मंडल, प्रीता झा, चंद्रशेखर झा, जय नंदन झा आदि शामिल हैं.
इंटीग्रेटेड बीएड के लिए 18 जुलाई से छात्र-छात्राओं की होगी काउंसेलिंग
चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड-2023 में नामांकन के लिए ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा (नोडल विश्वविद्यालय) में कल 18 जुलाई से छात्र-छात्राओं की काउंसेलिंग होगी. सीइटी-आइएनटी-बीएड-2023 की परीक्षा पास अभ्यर्थी 21 जुलाई तक काउंसेलिंग करा सकेंगे. काउंसेलिंग के लिए अब तक 878 अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन पंजीयन कराया है. इनमें 467 छात्राएं और 411 छात्र शामिल हैं. विश्वविद्यालय के जुबली हॉल में ऑफलाइन काउंसेलिंग होगी. इसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है. ऑफलाइन काउंसेलिंग में पेपर सत्यापन और नामांकन से संबंधित सभी प्रक्रिया पूरी की जायेगी. काउंसेलिंग के दौरान अभ्यर्थियों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसका खास ख्याल रखा गया है.
तीन हजार रुपये का डीडी बनाकर लाना अनिवार्य
सीइटी-आइएनटी-बीएड-2023 के राज्य नोडल पदाधिकारी प्रो. अरुण कुमार सिंह ने बताया कि पहले दिन 18 जुलाई को 455 रैंक तक के अभ्यर्थियों को बुलाया गया है. दूसरे दिन 19 जुलाई को 456 से 974 रैंक, तीसरे दिन 20 को 975 से 1532 रैंक और चौथे दिन 21 जुलाई को 1533 रैंक से ऊपर वाले अभ्यर्थियों को काउंसेलिंग के लिए बुलाया गया है. कहा कि ऑफलाइन काउंसिलिंग के दिन अभ्यर्थियों को अपने साथ आंशिक शुल्क के रूप में तीन हजार रुपये का डीडी (Demand Draft) सीइटी-आइएनटी-बीएड-2023 एग्जाम फंड अकाउंट (CET-Int-B.Ed.-2022 Exam Fund Account) के नाम से बनाकर लाना अनिवार्य है.अभ्यर्थी जुबली हॉल पहुंच कर प्रमाण-पत्रों का सत्यापन करा कोर्स में नामांकन ले सकेंगे. अभ्यर्थियों को नामांकन के लिए सभी कागजात की मूल कॉपी के साथ 10वीं व 12वीं के मूल अंक प्रमाण पत्र, विद्यालय/महाविद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र/टीसी, जाति प्रमाण पत्र की मूल कॉपी के साथ एक सेट छायाप्रति भी लानी होगी.
बनाये गये अलग-अलग डेस्क
अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए विज्ञान, समाज विज्ञान और भाषा विषयों की अलग-अलग ऑफलाइन काउंसेलिंग की व्यवस्था की गयी है. इस दौरान किसी भी तरह की परेशानी होने पर हेल्पलाइन नंबर 7314629842 एवं 9431041694 और इ-मेल आइडी helpdeskcetintbed2023@gmail.com पर संपर्क कर सकते हैं.
400 सीटों पर लिया जाना है नामांकन
प्रो. सिंह ने बताया कि चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स पूरे सूबे में सिर्फ बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर के अंतर्गत बसुंधरा टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज और शहीद प्रमोद बीएड कॉलेज, मुजफ्फरपुर, बैद्यनाथ शुक्ला कॉलेज ऑफ एजुकेशन वैशाली एवं माता सीता सुंदर कॉलेज ऑफ एजुकेशन सीतामढ़ी में संचालित है. प्रत्येक में 100-100 सीटों पर नामांकन लिया जाना है. हर कॉलेज में हिंदी में 10, अंग्रेजी में 10, संस्कृत में 08, इतिहास में 08, भूगोल में 08, राजनीति विज्ञान में 08, अर्थशास्त्र में 08, भौतिकी में 08, रसायन में 08, जंतु विज्ञान में 08, वनस्पति में 08 और गणित में 08 सीट (प्रतिष्ठा विषय में) है.