मधेपुरा: लालपुर में टूटा नहर का बांध, 40 एकड़ में लगी फसल हुई बर्बाद
Madhepura: लालपुर सरोपट्टी पंचायत के वार्ड नंबर 13 में सायफन टोला काली चौक के पास 20 मीटर के आसपास अब तक चार से अधिक बार नहर का बांध टूट चुका है.
मधेपुरा: सिंहेश्वर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत लालपुर सरोपट्टी पंचायत के वार्ड नंबर 13 में सायफन टोला काली चौक के पास 20 मीटर के आसपास अब तक चार से अधिक बार नहर का बांध टूट चुका है. सोमवार को पुन: नहर का बांध टूट गया. इससे किसानों में आक्रोश है. नहर टूटने से लगभग 40 एकड़ में लगी फसल बर्बाद हो गयी. साथ ही कई घरों में नहर का पानी घुस गया है.
पानी बंद करने के लिए करना पड़ता है अधिकारियों का खुशामद
किसानों ने बताया कि विभाग के द्वारा बिना किसी तैयारी के नहर में पानी छोड़ दिया गया. इस वजह से परेशानी हुई, जहां अब तक चार बार नहर टूटा है. वहां सायफन है. नहर के मरम्मत के समय अधिकारियों ने यह नहीं देखा कि नहर से सायफन ऊंचा है, जहां पानी आने के बाद पानी रूक जाता है और सायफन के आस पास नहर के बांध पर अत्यधिक दबाव पड़ने लगता है. इस वजह से नहर में पानी छोड़ने के कुछ घंटों के बाद ही उक्त स्थल के आसपास नहर टूट जाता है. ग्रामिणों ने इस मुद्दे पर कहा कि नहर के टूटने के बाद जब स्थानीय स्तर के अधिकारियों को घटना की सूचना दी जाती है, तो अधिकारी डांट फटकार करते हैं. पानी बंद करने के लिए अधिकारियों का खुशामद करना पड़ता है.
नहर को दुरुस्त करने नहीं पहुंचा कोई
नहर को टूटे लगभग 24 घंटे से अधिक हो गया है, लेकिन नहर को दुरुस्त करने कोई नहीं पहुंचा है. इस वजह से भी किसानों में आक्रोश है. किसान मुट्ठी मंडल, बालेश्वर मंडल, टूना मंडल, विंदेश्वरी मंडल आदि ने बताया कि सोमवार को करीब सुबह दस बजे नहर में पानी बढ़ जाने के कारण नहर का बांध टूट गया. इससे अरविंद राजभर, रविन्द्र राजभर, राजकुमार मंडल आदि के घरों में पानी घुस गया. टूटे हुए नहर को ग्रामीणों ने अपने स्तर से बंद कर दिया. लेकिन पुनः दूसरी बार नहर टूट गया. नहर टूटने की सूचना ग्रामीणों ने ठेकेदार सहित जनप्रतिनिधियों को दी, लेकिन किसी ने सुधि नहीं ली.
40 एकड़ में लगी फसल हुई बर्बाद
दूसरी जगह बांध टूटने के कारण खेत में लगे फसल, गेहूं, मकई, सब्जी सहित कई अन्य फसल डूब गया. किसान सरयुग यादव, घुटर मंडल, बिंदेश्वरी मंडल ने बताया कि नहर की सफाई और नहर के बांध को मजबूत बनाने का काम सम्पन्न हुआ है. काम हो जाने के बाद लघु एवं सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा नहर का निरीक्षण किया गया. इसके बावजूद नहर का बांध टूट गया. वहीं किसान बिनोद मंडल, कारी मंडल, मुकेश कुमार ने बताया कि नहर की सफाई के नाम पर महज औपचारिकता पूरी की गयी थी. वहीं अंचलाधिकारी नवीन कुमार सिंह ने कहा कि नहर टूटने की जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी गयी है.