केनरा बैंक ने डेबिट कार्ड की ट्रांजक्शन लिमिट बढ़ायी, अब ATM से एक दिन में इतने हजार की निकासी करें

ATM card transaction limit per day: केनरा बैंक में एटीएम कैश, प्वाइंट ऑफ सेल ( पीओएस) एवं इ-कॉमर्स लेनदेन के लिए डेली ट्रांजक्शन लिमिट बढ़ा दी है. बैंक ने इसे अपडेट करते हुए तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 7, 2022 4:24 AM

भागलपुर: केनरा बैंक के ग्राहक के लिए खुशखबरी है. वह अब डेबिट कार्ड से ज्यादा पैसे निकाल सकेंगे. केनरा बैंक में एटीएम कैश, प्वाइंट ऑफ सेल ( पीओएस) एवं इ-कॉमर्स लेनदेन के लिए डेली ट्रांजक्शन लिमिट बढ़ा दी है. बैंक ने इसे अपडेट करते हुए तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है.

ग्राहकों को मिली ये सुविधा

केनरा बैंक के अनुसार आरबीआइ की गाइडलाइन के तहत कार्ड ट्रांजक्शन पर सिक्योरिटी में इजाफा किया गया है. जारी किये गये डिफॉल्ट कार्ड केवल एटीएम और पीओएस पर घरेलू उपयोग के लिए किया जा सकता है. कार्ड जारी करने के समय इंटरनेशनल व ऑनलाइन यूज और कांटैक्टलेस यूज नहीं किया जा सकता है. ग्राहकों को एटीएम, ब्रांच, मोबाइल बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग व आइवीआरएस के जरिए कार्ड चैनल-वाइज चालू व बंद करने और लिमिट तय करने की सुविधा दी जाती है.

जानें, कितनी बढ़ी ट्रांजक्शन लिमिट

क्लासिक डेबिट कार्ड से डेली एटीएम कैश विड्रॉल लिमिट 40,000 रुपये से बढ़ाकर 75,000 रुपये कर दिया है. इन कार्डों के लिए रोजाना पीओएस लिमिट को एक लाख से बढ़ाकर दो लाख कर दिया गया है. बैंक ने केनरा बैंक क्लासिक डेबिट कार्ड के जरिए एनएफसी (कांटेक्टलेस) के लिए डेली ट्रांजक्शन लिमिट को 25 हजार पर बरकरार रखा है. इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है.

वहीं, प्लेटिनम, बिजनेस, सेलेक्ट डेबिट कार्ड के लिए बैंक ने कैश ट्रांजक्शन लिमिट को 50,000 से बढ़ाकर एक लाख कर दिया है, जबकि पीओएस, इ-कॉमर्स ट्रांजक्शन के लिए रोजाना ट्रांजक्शन लिमिट को दो लाख से बढ़ाकर पांच लाख कर दिया है. एनएफसी (कांटेक्टलेस) लेनदेन के लिए डेली ट्रांजक्शन लिमिट 25,000 पर बरकरार रखा है.

एटीएम की सुरक्षा प्रबंध लचर

एक बार फिर से एटीएम की सुरक्षा प्रबंध लचर हो गयी है. कुछ ही बैंकों के एटीएम में गार्ड नजर आ रहे हैं, जबकि ज्यादातर जगहों पर नहीं. प्राइवेट बैंकों के भी कई एटीएम पर गार्ड की तैनाती नहीं हैं. राष्ट्रीयकृत बैंकों की बात करें, तो उनके पास प्राइवेट से ज्यादा संसाधन और सुविधाएं हैं. फिर भी लापरवाही बरती जा रही है. जबकि, कई एटीएम में चोरी की वारदात हो चुकी है.

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