बिहार में 850 से अधिक एग्जाम सेंटर पर गुरुवार को बीपीएससी शिक्षक नियुक्ति परीक्षा शुरू हो गई है. 26 अगस्त तक चलने वाली इस परीक्षा के पहले दिन अभ्यर्थियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. दूर- दुराज से परीक्षा देने के लिए विभिन्न शहरों में पहुंचे छात्रों के लिए ठहरने की व्यवस्था नहीं हो पा रही है. पटना सहित अन्य शहरों के लगभग सभी होटल फूल हैं. जिन होटलों यह लौज में जगह बची है, वहां मनमाना किराया वसूला जा रहा है. ऐसा लग रहा है जैसे होटल मालिकों की कोई लॉटरी लग गई हो.
मनमाना किराया वसूल रहे होटल मालिक
राजधानी के स्टेशन रोड, एसपी वर्मा रोड, सीडीए रोड, एक्जीबिशन रोड, फ्रेजर रोड, कदमकुआं, सब्जीबाग, करबिगहिया, मीठापुर बस स्टैंड रोड, बोरिंग रोड, बाकरगंज, कंकड़बाग, बेली रोड, गोला रोड, अशोक राजपथ, पाटलिपुत्र कॉलोनी आदि इलाकों में चार हजार से अधिक छोटे- बड़े होटल और गेस्ट हाउस हैं. यहां भी छात्रों को मुश्किल से कमरा मिल रहा है. छात्रों का कहना है कि 300 रुपये वाले कमरे के लिए 1200 रुपये तक लिए जा रहे हैं. कई छात्रों ने तो यह भ कहा कि कमरा खाली होने के बावजूद भी कमरे नहीं दिए जा रहे हैं. छात्रों का कहना है कि होटल मालिकों द्वारा मनमाना किराया वसूला जा रहा है. जो ज्यादा पैसे दे रहा है ईऊईसए ही कमरा दिया जा रहा है.
350 से तीन हजार तक के कमरे
-
स्टेशन रोड के एक होटल संचालक ने बताया कि थ्री बेड के लिए 600 से 800 रुपये, सिंगल बेड के लिए 350 रुपये और डबल बेड के लिए 400 रुपये प्रति दिन के हिसाब से पेमेंट करना होगा. लेकिन यहां किसी तरह की सर्विस नहीं मिलेगी. पीने का पानी भी खरीद कर लाना होगा.
-
सीडीए बिल्डिंग एरिया में अधिकांश होटल एसी हैं. इस इलाके में 2000 से लेकर 3000 रुपये डबल बेड के लिए उपलब्ध हैं. एक होटल प्रबंधक ने बताया कि 2800 रुपये में डबल बेड का कमरा 1800 रुपये में दे रहे हैं. वहीं अगर ग्राहक एक्स्ट्रा बेड लेंगे, तो 700 रुपये एक्स्ट्रा देने होंगे. यहां रेस्टोरेंट की भी सुविधा है.
-
करबिगहिया के एक होटल संचालक ने बताया कि स्टेशन रोड की तुलना में इस इलाके में होटल के कमराें का रेट कम है. यहां सिंगल बेड 300- 400 रुपये और डबल बेड 500- 800 रुपये बीच उपलब्ध हैं. संचालक ने कहा कि मांग के अनुसार रेट में बढ़ोतरी हो जाती है.
रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर रात गुजार रहे परीक्षार्थी
परीक्षा को लेकर अधिकांश होटलों की ऑनलाइन बुकिंग भी हो गई है. इस कारण भी छात्राओं और उनके अभीभकों को होटल में कमरा नहीं मिल पा रहा है. होटल, गेस्ट हाउस व लॉज में रहने के लिए जगह नहीं मिलने के कारण काफी संख्या में परीक्षार्थी रेलवे स्टेशन व बस अड्डा परिसर में रात गुजारने को मजबूर हो गये.
Also Read: PHOTOS: बिहार के भागलपुर में शिक्षक भर्ती परीक्षा की देखें तस्वीर, एग्जाम सेंटरों पर लगी लंबी कतार..
जनरल-स्लीपर कोच में पैर रखने की जगह नहीं
अभ्यर्थियों की भीड़ के चलते दानापुर, पाटलिपुत्र और पटना जंक्शन रेलवे स्टेशनों पर व्यवस्था गड़बड़ा गई. ट्रेनों में पैर रखने की जगह नहीं है. परीक्षा में शामिल होने के लिए संबंधित रेलवे स्टेशनों पर अभ्यर्थियों की भीड़ उमड़ पड़ी. जनरल और स्लीपर कोच में पैर रखने की जगह न मिली तो अभ्यर्थी एसी कोच में घुस गये. ट्रेन में चढ़ने के लिए मारामारी हुई. सबसे ज्यादा दिक्कत युवतियों को हुई.
रेलवे की ओर से कोई व्यवस्था नहीं, भीड़ के आगे सब बेबस
परीक्षा को लेकर रेलवे की ओर से कोई स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था नहीं की गयी थी. इसके चलते भी स्थिति खराब थी. दूसरे राज्यों से पटना आने वाली अधिकांश ट्रेनों के जनरल और स्लीपर कोच पूरी तरह से पैक थे. आलम ये थे जिन यात्रियों को स्टेशन पर उतरना था, उन्हें उतरने के लिए जूझना पड़ा. बड़ी मुश्किल से वो स्टेशन पर उतर पाये. वहीं राजगीर, मुजफ्फरपुर जाने वाली ट्रेन रुकते ही कोच में चढ़ने के लिए गेट पर अभ्यर्थियों की भीड़ लगी थी. जब जनरल और स्लीपर कोच में जगह न मिली तो एसी कोच में अभ्यर्थियों की भीड़ चढ़ गई. एसी कोच में चढ़ने के लिए भी जमकर मारामारी हुई. भीड़ के आगे जीआरपी और आरपीएफ भी बेबस नजर आइ.
Also Read: बिहार में 860 परीक्षा केंद्रों पर होगी 1.70 लाख शिक्षकों की नियुक्ति परीक्षा, इन बातों का रखें ध्यान
तीन दिन तक चलने वाली है परीक्षा
बता दें कि शिक्षक भर्ती परीक्षा तीन दिनों तक चलेगी. इसको लेकर बिहार के लगभग सभी जिलों का हाल एक जैसा है. परीक्षार्थियों की भीड़ की वजह से बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों का नजारा कुंभ मेले जैसा लग रहा है. जिसे जान जगह मिल रही वो वहीं अपना ठिकाना बना ले रहा है. बीपीएससी द्वारा आयोजित की जा रही इस परीक्षा के माध्यम से शिक्षकों के 1.70 लाख पद भरे जाने हैं. इसके लिए दो पालियों में परीक्षा ली जा रही है. पहले शिफ्ट की परीक्षा सुबह 10 से 12 बजे तक तो दूसरे शिफ्ट की परीक्षा 3 बजे से पांच बजे तक हो रही है.