बिहार का एक और बेटा जम्मू कश्मीर में शहीद, कैप्टन आनंद कुमार के गांव खगड़िया में शोक की लहर
बिहार के एक और सैन्य अधिकारी भारत की सीमा की रक्षा करते हुए शहीद हो गये हैं. जम्मू-कश्मीर के मेंढर सेक्टर में ग्रेनेड ब्लास्ट की घटना में एलओसी पर तैनात सेना के कैप्टन और जेसीओ सहित दो लोग शहीद हो गये. शहीद हुए कैप्टन आनंद मूल रूप से बिहार के खगड़िया जिले के रहने वाले थे.
पटना. बिहार के एक और सैन्य अधिकारी भारत की सीमा की रक्षा करते हुए शहीद हो गये हैं. जम्मू-कश्मीर के मेंढर सेक्टर में ग्रेनेड ब्लास्ट की घटना में एलओसी पर तैनात सेना के कैप्टन और जेसीओ सहित दो लोग शहीद हो गये. शहीद हुए कैप्टन आनंद मूल रूप से बिहार के खगड़िया जिले के रहने वाले थे. उनके शहादत की खबर मिलते ही पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा.
10 जुलाई को ड्यूटी पर गये थे
शहीद आनंद कुमार उर्फ प्रिंस कुमार के पिता मधुकर सिंह भी पुलिस में ही हैं. उनके पिता बिहार पुलिस में सब-इंस्पेक्टर हैं. आनंद नयागांव शिरोमणि टोला परबत्ता, खगड़िया जिला के रहने वाले थे. दो भाईयों में आनदं सबसे बड़े थे और पिछले महीन की 21 तारीख यानी 21 जून को ही छुट्टी में घर आये थे. छुट्टी खत्म कर वो 10 जुलाई को ड्यूटी पर गये थे. आनंद के छोटे भाई दिल्ली में रह कर पढ़ाई कर रहे हैं.
कई जवानों को चोटें आयी
जानकारी के मुताबिक पुंछ जिले के मेंढर सेक्टर में जब सैनिक नियंत्रण रेखा पर अपनी ड्यूटी कर रहे थे, उसी दौरान अचानक से एक ग्रेनेड विस्फोट हुआ. इस विस्फोट में कई जवानों को चोटें आयी हैं. इलाज के दौरान एक अधिकारी कैप्टन आनंद और एक जेसीओ ने दम तोड़ दिया. पीआरओ डिफेंस, जम्मू ने इसकी पुष्टि की है. इस घटना में 4 अन्य जवान घायल बताये जा रहे हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा
शहीद होने वाले सैन्यकर्मियों की पहचान कैप्टन आनंद और नायब सूबेदार भगवान सिंह के रूप में हुई है. इस मामले में कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दे दिए गये हैं. इस मामले में विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है. इस हमले में एक सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) शहीद हो गए। एक अन्य राहगीर घायल हो गया। घटना के तत्काल बाद पूरे इलाके को घेरकर तलाशी अभियान चलाया गया. शहीद एएसआई विनोद कुमार उत्तर प्रदेश के फर्रूखाबाद जिले के रहने वाले थे.