नालंदा में बढ़ रहे हैं पीट-पीटकर मार डालने के मामले, दो पक्षों की लड़ाई में बुजुर्ग की पिटाई से मौत
बिहार के नालंदा में पीट-पीट कर मार डालने के मामले में पिछले दिनों बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. अचानक बढ़े इस चलन को लेकर पुलिस और समाज दोनों परेशान हैं. लोगों का गुस्सा इस कदर हिंसक हो रहा है कि लोग जान लेने तक पिटाई कर दे रहे हैं.
नालंदा. बिहार के नालंदा में पीट-पीट कर मार डालने के मामले में पिछले दिनों बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. अचानक बढ़े इस चलन को लेकर पुलिस और समाज दोनों परेशान हैं. लोगों का गुस्सा इस कदर हिंसक हो रहा है कि लोग जान लेने तक पिटाई कर दे रहे हैं. लोगों में गुस्सा इस कदर बढ़ गया है कि तब तक पीटते हैं जब तक सामनेवाला बेसुध होकर दम न तोड़ दे. जुलाई माह में ही जिले में अब तक तीन ऐसी वारदात हो चुकी है, जबकि पिछले माह भी ऐसी वारदात सामने आ चुकी है. ताजा मामला नालंदा के खुदागंज थाना क्षेत्र के अर्जुन सरथुआ गांव की है. यहां पूर्व के विवाद में दो गुटों में भिड़ंत हो गई. दोनों पक्ष के लोग एक-दूसरे पर रोड़ेबाजी करने लगे. जमकर लाठी-डंडे भी चले. एक पक्ष के लोगों ने डंडा-रॉड से पीटकर बुजुर्ग की जान ले ली. इसके बाद गांव में तनाव का माहौल हो गया. मौके पर पहुंची पुलिस से आक्रोशितों की नोक-झोंक हो गयी. मृतक की पहचान 65 वर्षीय चंदेश्वर यादव के रूप में हुई हैं.
जब तक दम नहीं तोड़ा तब तक लाठी-डंडा बरसाते रहे
घटना के संबंध में मृतक के दामाद द्वारिका यादव ने बताया कि पड़ोसी से पुराना विवाद चल रहा था. आरोपियों के बच्चे से कहासुनी हुई थी. जिसके बाद दूसरे पक्ष के लोग लाठी-डंडा लेकर हमला करने आ गये. वे लोग रोड़ेबाजी करते हुए मारपीट करने लगे. इसी दौरान डंडा-रॉड से पीट-पीटकर उनके ससुर बुजुर्ग चंदेश्वर यादव की जान ले ली. जब तक उनके ससुर ने दम नहीं तोड़ा तब तक वे लोग उन पर लाठी-डंडा बरसाते रहे. इस घटना की सूचना स्थानीय थाना को दी गई. घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची, तो उन लोगों ने पुलिस को भी खदेड़ दिया. पीट-पीट कर हत्या की इस घटना के बाद घंटों हंगामा रहा. उन लोगों ने पुलिस के साथ काफी देर तक नोकझोंक की. पुलिस ने घटना की सूचना वरीय पुलिस पदाधिकारी को दी. इसके बाद गांव में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई. भारी तनाव के बीच पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और उसे पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा.
बच्चों के झगड़ा में बढ़ा विवाद
हिलसा डीएसपी कृष्ण मुरारी प्रसाद ने बताया कि पूर्व में बच्चों के बीच में विवाद हुआ था. इस विवाद को लेकर गांव के कुछ लोग शराब पीकर गली गलौज कर रहे थे. मृतक के परिजन ने गली गलौज करने से मना किया फिर विवाद बढ़ गया और दूसरे पक्ष से भरी संख्या में लोग पहुंच गए और ईंट-पत्थर फेंकना शुरू कर दिया. मामला बढ़ता देख दोनों पक्षों में मारपीट हो गई. घटना को अंजाम देने के बाद सभी लोग फरार हो गये. डीएसपी कृष्ण मुरारी प्रसाद ने बताया कि सूचना मिलने पर गांव पुलिस पहुंची. पुलिस घटना की जांच में जुट गई है. परिजन पीट-पीटकर हत्या का आरोप लगा रहे हैं, लेकिन मौत के कारणों का अभी पता नहीं चला है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत का कारण स्पष्ट होगा. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है.
इसी माह महिला की हो चुकी है पीट-पीट कर हत्या
जुलाई माह में ही नालंदा में एक महिला को अर्धनग्न कर बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या करने की वारदात हुई है. घटना नूरसराय थाना क्षेत्र भंगवल बीघा गांव में हुई थी. हत्या के 4 दिन पूर्व ही रिंकू देवी पड़ोसी किरण उर्फ संगीता देवी के घर गई थी. उस समय मृतका संगीता देवी के घर में लाइट हीटर पर खाना बन रहा था. इसी दौरान करंट की चपेट में आकर रिंकु देवी गंभीर रूप से झुलस गई. जिसे आनन-फानन में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. जिसके बाद वह स्वस्थ होकर घर लौटी. बताया गया था कि मृतिका के द्वारा इलाज का खर्च भी उठाया गया था. उसके बाद जब रिंकु देवी अस्पताल से लौटी तो उसने पांच हजार रुपये की अलग से मांग की. जिसे देने में संगीता देवी ने असमर्थता जताई.
पुलिस कर रही है शिकायत का इंतजार
बताया जाता है कि संगीता देवी के असमर्थता जताने के बाद उसे घर से बुलाया गया और पहले अर्धनग्न कर लात घुसे से पीटा गया. फिर उसे लाठी-डंडे से पीट-पीटकर मार डाला. मृतका की पहचान संगीता देवी (30 वर्ष) पिता महेश यादव घर नूरसराय थाना क्षेत्र के भंगलबीघा गांव की है. मृतका की शादी 2013 करायपरसुराय से नूरसराय में हुई थी. जिससे एक बेटा और दो बेटी है. पति बैंगलुरु में रहकर मजदूरी करता है. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाया. जिसके बाद शव को परिजनों को सौंप दिया है. इस मामले में नूरसराय थानाध्यक्ष कुणाल चंद्र सिंह का कहना है कि लिखित आवेदन नहीं मिला है. मामला हत्या से जुड़ा है, लेकिन कारण जांच के बाद ही बता पायेंगे.