बक्सर. शहर में एक निजी अस्पताल के डॉक्टर ने एक मरीज पर आर्थिक और मानसिक दोहन करने और मरीज को बंधक बनाना डॉक्टर को महंगा पड़ गया. सिविल सर्जन के आदेश पर पीएचपी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी बक्सर को एक निजी अस्पताल और उसके संचालक डॉ राजीव झा के खिलाफ नगर थाना में मामला दर्ज कराया है.
बताया जाता है कि चुरामनपुर गांव के रहने वाले धर्मेंद्र पाल दो सितंबर को अपनी पत्नी का प्रसव कराने के लिए शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टर राजीव झा ने ऑपरेशन कर प्रसव कराया. इसके बाद डॉक्टर राजीव झा ने इलाज के नाम पर लगभग 1 लाख 40 हजार रुपये का बिल धर्मेंद्र पाल को पकड़ा दिया.
जब धर्मेंद्र पाल ने इलाज का पैसा नहीं जमा किया तो डॉक्टर राजीव झा ने उसकी पत्नी को बंधक बना लिया. इसके बाद धर्मेंद्र पाल ने इसकी सूचना वरीय अधिकारियों को दी. सूचना मिलते ही अधिकारियों ने किसी तरह उसके पत्नी को बचाया. जब सिविल सर्जन डॉ जितेंद्रनाथ ने मामले की जांच की तो पाया कि अस्पताल और उसके संचालक डॉ राजीव झा ने मरीज के साथ आर्थिक और मानसिक दोहन किया है.
उन्होंने जांच के दौरान किसी प्रकार का कोई सहयोग नहीं किया. इसके बाद सिविल सर्जन ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सदर प्रखंड बक्सर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को हॉस्पिटल और उसके संचालक डॉ राजीव झा पर मामला दर्ज करने का निर्देश दिया., जहां मंगलवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सदर प्रखंड बक्सर के प्रभारी चिकित्सक के बयान पर अस्पताल और उसके संचालक डॉ राजीव झा पर मामला दर्ज कर लिया गया. सदर एसडीपीओ गोरखधाम ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच की जा रही है.
posted by ashish jha