बिहार: कैमूर में मजिस्ट्रेट व दो महिला सिपाहियों पर केस दर्ज, सात पुलिसकर्मी सस्पेंड, जानें पूरा मामला
कैमूर जिले के डगरी चेकपोस्ट पर बालू लदे ट्रक से 20,000 रुपये की अवैध वसूली के मामले में कार्रवाई की गई. जिसके तहत मौके पर तैनात मजिस्ट्रेट रवींद्र कुमार व बीएमपी की दो महिला सिपाहियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. वहीं सात पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.
कैमूर जिले में पिछले 13 जून की अहले सुबह मोहनिया-आरा रोड (एनएच 30) स्थित डंगरी चेकपोस्ट पर बालू की ओवरलोडिंग रोकने और जांच करने के लिए तैनात मजिस्ट्रेट रवींद्र कुमार व बीएमपी की दो महिला सिपाही अनु कुमारी व अनीता कुमारी के खिलाफ बालू लदे ट्रक से 20,000 रुपये अवैध वसूली के मामले में कुदरा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. वहीं, चेकपोस्ट पर तैनात एएसआइ समेत सभी सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.
इन्हें किया गया निलंबित
जिन सात पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है, उसमें कुछिला थाने के एएसआइ रूपनारायण राय, बीएमपी के हवलदार विजेंद्र सिंह, सिपाही अजीत कुमार, अनीता कुमारी, अनु कुमारी, पूजा कुमारी व कृति कुमारी शामिल हैं. साथ ही मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात कुदरा के प्रभारी प्रखंड समन्वयक रवींद्र कुमार पर प्राथमिकी के साथ-साथ डीएम के स्तर से निलंबन के लिए विभाग को भी लिखने की कार्रवाई की जा रही है.
20 हजार रुपये मांगा था घूस
दरअसल, 13 जून को आरा की तरफ से एक ट्रक बालू लेकर डगरी चेकपोस्ट पर पहुंचा. वहां पर मजिस्ट्रेट के रूप में रवींद्र कुमार तैनात थे. वहीं पुलिसकर्मी के रूप में दो महिला सिपाही अन्नू कुमारी व अनिता कुमारी तैनात थीं. मजिस्ट्रेट रविंद्र कुमार ने ट्रक वाले को 20 हजार रुपये घूस देने के लिए कहा. साथ ही नहीं देने पर ट्रक नहीं छोड़ने और विलंब होने के बाद ट्रक का चालान फेल होने पर प्राथमिकी दर्ज कर ट्रक को जब्त करने की धमकी दी.
मजिस्ट्रेट के कहने पर महिला सिपाहियों ने रिश्तेदार के खाते में मंगाया था पैसा
ट्रक के चालक ने मजिस्ट्रेट को बताया कि उनके पास नकद पैसा नहीं है. इस पर मजिस्ट्रेट ने मालिक से फोन पे के माध्यम से खाते में घूस की रकम डलवाने के लिए कहा. इस पर चालक ने अपने ट्रक के मालिक से बात की. ट्रक मालिक घूस की रकम फोन पे के माध्यम से खाते में भेजने के लिए राजी हो गया. मजिस्ट्रेट ने अपने मोबाइल का फोन पे नंबर देने के बजाय महिला सिपाहियों से कहा कि वह अपने किसी रिश्तेदार के फोन पे का नंबर दे दें और उसमें पैसा मंगा लें. उसके बाद उसे आपस में बांट लिया जायेगा. इस पर एक महिला सिपाही ने अपने एक रिश्तेदार का नंबर दे दिया, जिस पर 18000 रुपये मंगा लिया गया और 2000 रुपये नकद ले लिया. इसके बाद तीनों लोगों ने उस रकम का आपस में बंटवारा कर लिया. इसके बाद बालू लदे ट्रक को मजिस्ट्रेट व तैनात पुलिसकर्मियों ने छोड़ दिया.
भोजपुर जिला ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष ने की थी शिकायत
इधर, पूरे घटना की शिकायत लेकर भोजपुर जिला ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय कुमार डीएम व एसपी के पास पहुंच गये और अवैध वसूली कर बालू लदे ट्रकों को छोड़े जाने की शिकायत की. इस पर डीएम व एसपी ने डीएसपी मुख्यालय साकेत कुमार को जांच का आदेश दिया. डीएसपी मुख्यालय ने जांच में दोषी पाते हुए मजिस्ट्रेट व दो महिला सिपाहियों पर प्राथमिकी दर्ज करने समेत लापरवाही बरतने के मामले में चेकपोस्ट पर तैनात सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की अनुशंसा कर दी.
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निलंबन व प्राथमिकी की कार्रवाई
घटना को लेकर डीएम ने बताया कि ट्रक एसोसिएशन की तरफ से अवैध वसूली की शिकायत मिली थी, जिसकी जांच करा कार्रवाई के लिए एसपी कैमूर को शिकायत भेजी गयी थी. एसपी के स्तर से जो जांच करायी गयी है. उसमें मजिस्ट्रेट व पुलिसकर्मी सभी दोषी पाये गये हैं. मजिस्ट्रेट व दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की गयी है. साथ ही मजिस्ट्रेट के खिलाफ विभाग को भी लिखा जा रहा है.
क्या कहते हैं एसपी
एसपी ललित मोहन शर्मा ने बताया कि जांच में अवैध वसूली का मामला सही पाया गया है, जिस पर मजिस्ट्रेट व दोनों महिला सिपाहियों के खिलाफ कुदरा थाने में प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की गयी. साथ ही उस चेकपोस्ट पर तैनात सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.