कोरोना वैक्सीन के 12 डोज लेने पर दर्ज हुआ केस तो बुजुर्ग ने कहा- अपनी लापरवाही छिपा रहा स्वास्थ्य विभाग
मंडल पर यह आरोप है कि उन्होंने अलग-अलग तारीख और जगहों पर, अलग-अलग पहचान पत्रों के आधार पर स्वास्थ्य कर्मियों को गुमराह किया और वैक्सीनेशन के नियमों को तोड़ते हुए 12 वैक्सीन लगवा ली.
मधेपुरा. कोरोना वैक्सीन के एक दो नहीं, पूरे के पूरे 12 डोज लेने वाले मधेपुरा के बुजुर्ग ब्रह्मदेव मंडल पर स्वास्थ्य विभाग ने मुकदमा कर दिया है. मधेपुरा के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने उनके खिलाफ थाने में मामला दर्ज कराया है. अपने ऊपर हुए एफआईआर के बाद ब्रह्मदेव मंडल ने स्वास्थ्य विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि विभाग अपनी लापरवाही छुपाने के लिए मुझ पर आरोप मढ रहा है.
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के लोगों की गलती का शिकार मुझे बनाया जा रहा है. ब्रह्मदेव का कहना है कि बिना जांच किए कैसे 12 बार वैक्सीन दी गयी. अपनी लापरवाही को छिपाने के लिए विभाग ने उल्टे उनके खिलाफ ही केस दर्ज करा दी है, जो कही से उचित नहीं है.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्राथमिकी में श्री मंडल पर यह आरोप है कि उन्होंने अलग-अलग तारीख और जगहों पर, अलग-अलग पहचान पत्रों के आधार पर स्वास्थ्य कर्मियों को गुमराह किया और वैक्सीनेशन के नियमों को तोड़ते हुए 12 वैक्सीन लगवा ली. ऐसा 13 फरवरी, 2021 से 4 जनवरी 2022 के बीच उनके द्वारा किया गया है.
एसपी राजेश कुमार ने बताया कि पुरैनी पीएचसी प्रभारी ने यह मामला दर्ज कराया है. ब्रह्मदेव मंडल पर धारा 419, 420 और 188 के तहत केस दर्ज हुआ है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है. वही प्रभारी सिविल सर्जन डॉ.अब्दुल सलाम ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए कमिटी का गठन किया गया है. राज्य स्तर से भी इसकी निगरानी की जा रही है. जांच रिपोर्ट आते ही मुख्यालय को अवगत कराया जाएगा.
वही कोरोना वैक्सीन की 12 डोज लेने वाले ब्रह्मदेव मंडल आज भी एक ही बात कह रहे हैं. उनका कहना है कि वैक्सीनेशन से उन्हें फायदा हुआ है. इसलिए बार-बार उन्होंने कोरोना का टीका लगवाया. इस पूरे मामले में उनकी कोई गलती नहीं है, गलती स्वास्थ्य विभाग की है. बिना जांच किए कैसे 12 बार वैक्सीन दी गयी. अपनी लापरवाही को छिपाने के लिए विभाग ने उल्टे उनके खिलाफ ही केस दर्ज करा दी है. जो कही से उचित नहीं है.