पटना. ब्लैक फंगस यानी म्यूकरमाइकोसिस के संक्रमण का प्रसार लगातार बढ़ता जा रहा है. पिछले 24 घंटे में ब्लैक फंगस के आइजीआइएमएस व पीएमसीएच अस्पताल में कुल 19 नये मरीज भर्ती किये गये. इनमें 10 पीएमसीएच व 9 आइजीआइएमएस में मरीज भर्ती किये गये हैं. इसके साथ ही पीएमसीएच में कुल 20 मरीज ब्लैक फंगस के हो गये हैं.
वहीं, आइजीआइएमएस में इस बीमारी से एक मरीज की मौत हो गयी. डॉक्टरों के मुताबिक मरीज के नाक में फंगस ने हमला बोल दिया था, जो ब्रेन तक जा पहुंचा था. मरीज को चार दिन पहले आइजीआइएमएस में भर्ती कराया गया था. वहीं, संस्थान में वर्तमान में 98 मरीज ब्लैक फंगस के भर्ती हैं. इनमें 17 कोरोना पॉजिटिव हैं जबकि 72 मरीज निगेटिव भर्ती किये गये हैं.
सभी मरीजों का इलाज फंगस वार्ड में चल रहा है. वहीं, कोविड अस्पताल एनएमसीएच में ब्लैक फंगस के तीन संदिग्ध का उपचार किया जा रहा है. अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि संक्रमित महिला व दो पुरुष हैं. उपचार के दौरान मरीज में ब्लैक फंगस के लक्षण दिखे है.
कोरोना वायरस के बाद बिहार सहित पूरा देश ब्लैक फंगस के प्रकोप से जूझ रहा है. प्रदेश में इसे महामारी भी घोषित कर दिया गया है. ब्लैक फंगस से लड़ने के लिए हमारे स्वास्थ्यकर्मी लगातार लगे हुए हैं. इस लड़ाई को और मजबूत बनाने के लिए आइजीआइएमएस को एंफोटेरेसीन की 400 डोज पटना सिटी स्थित मलेरिया कार्यालय से आपूर्ति की गयी है.
इसे ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है. आइजीआइएमएस के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ मनीष मंडल ने कहा कि दवा को मरीजों के लिए दिया जायेगा. इससे मरीजों को काफी राहत मिलेगी.
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से राज्य में ब्लैक फंगस और कोरोना संक्रमण की मौजूदा स्थिति पर विस्तार से चर्चा की. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि बिहार में अभी ब्लैक फंगस के 369 मरीज हैं. इनके लिए एमफोटैरेसिन नामक दवा विभिन्न अस्पतालों को सप्लाइ की जा रही है, लेकिन केंद्र से इसकी आपूर्ति को ज्यादा बढ़ाने की आवश्यकता है.
इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बिहार में ब्लैक फंगस बीमारी के दवा की आपूर्ति बिहार में बढ़ाने के लिए केंद्र के स्तर पर हर संभव कोशिश की जायेगी. इसकी कोई कमी नहीं होने दी जायेगी. इस मसले पर रविशंकर प्रसाद ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन और केंद्रीय राज्य रसायन एवं उर्वरक मंत्री मंसुख मांडविया से फोन पर बात की और विशेषतौर पर दवा की सप्लाइ बढ़ाने का आग्रह किया.
उन्होंने सूबे के स्वास्थ्य मंत्री को आश्वस्त किया कि अपने संसदीय क्षेत्र पटना साहिब के अतिरिक्त वे पूरे बिहार में दवा की जरूरी आपूर्ति की जायेगी. इस वार्ता के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि कोविड मामले में रिकवरी रेट में काफी सुधार हुआ है.
केंद्रीय कानून मंत्री ने कहा कि स्वयं पटना के अस्पतालों का दौरा किया और उन्हें भी यह जानकारी मिली कि कोरोना के लिए जितने बेड आरक्षित करके रखे गये हैं, उसकी तुलना में मरीजों की संख्या में काफी कमी आयी है.
Posted by Ashish Jha