बिहार में 15 अप्रैल से जातीय जनगणना के दुसरे चरण का काम शुरू होने जा रहा है. जातीय जनगणना दो चरणों में किया जा रहा है. पहले चरण में सभी मकानों की गिनती की गयी. यह कार्य 21जनवरी तक पूरा कर लिया गया. वहीं अब दूसरे चरण की गिनती भी 15 अप्रैल से शुरू होकर 15 मई तक की जाएगी. इस कार्य को पूरा करने के लिए 1 महीना निर्धारित किया गया है. दूसरे चरण का कार्य मोबाइल ऐप, गणना प्रपत्रों और पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा. इसकी अधिसूचना 1 मार्च को सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी किया है. इसके साथ ही इस अधिसूचना में जातीय जनगणना में पूछे जाने वाले सवाल भी शामिल है.
1. परिवार के सदस्य का पूरा नाम
2. पिता/पति का नाम
3. परिवार के प्रधान से संबंध
4. आयु (वर्ष में)
5. लिंग
6. वैवाहिक स्थिति
7. धर्म
8. जाति का नाम
9. शैक्षणिक योग्यता
10. कार्यकलाप
11. आवासीय स्थिति
12. अस्थायी प्रवासीय स्थिति
13. कंप्यूटर / लैपटॉप
14. मोटरयान
15. कृषि भूमि
16. आवासीय स्थिति
17. सभी श्रोतों से मासिक आय
इन सवालों के साथ ही सबसे जरुरी होगा परिवार के प्रधान का घोषणा पत्र. हर घर के प्रधान को एक घोषणा पत्र देना होगा जिसमें लिखा होगा की ”मैं घोषणा करता/करती हूं की मेरे द्वारा पूरे परिवार के संबंध में जो सूचना दी गयी हैं वह मेरे जानकारी और विश्वास में सत्य हैं और इसमें से किसी सदस्य की गणना अन्यत्र नहीं करायी गई है. एतद् संबंधित सूचना सर्व-साधारण की जानकारी के लिए प्रकाशित किया जाता है.
साथ ही सभी गणना कर्मी (जिन्हें गणना कार्य हेतु नियुक्त किया गया है) अपनी नियुक्ति से संबंधित गणना/उप गणना ब्लॉक की सीमा के भीतर भ्रमण करेंगे एवं उक्त गणना/उप गणना ब्लॉक में आवासित सभी परिवारों से बिहार जाती आधारित गणना प्रपत्र में अधियाचित जानकारी एकत्रित करेंगे. गणना कर्मी सभी आवश्यक जानकारियों की प्रविष्टि मोबाइल ऐप के माध्यम से भी करना सुनिश्चित करेंगे. गणना प्रपत्र एवं मोबाइल ऐप में अपेक्षित जानकारी एकत्रित करने के लिए दिए गए गणना ब्लॉक के क्षेत्र में आवास करने वाले सभी परिवारों के हर व्यक्ति से बात कर करेंगे.
जातीय जनगणना के पहले चरण की रिपोर्ट के मुताबिक पटना में कुल भवनों की संख्या 9 लाख 23 हज़ार 727 है. वहीं मकानों की संख्या 11 लाख 65 हज़ार 748 है. सड़कों पर जहां-तहां डेरा डाल कर रहने वाले परिवारों की संख्या 3532 व कुल परिवार के सदस्यों की संख्या 19 हज़ार 505 है. इसके साथ ही पटना जिले में हर परिवार में औसतन पांच (5.3) सदस्य मिले. जिले में कुल परिवारों की संख्या 13 लाख 82 हज़ार 717 है. इनमें परिवार के कुल सदस्यों की संख्या 73 लाख 52 हज़ार 729 है.