बिहार में जातिगत जनगणना का काम चल रहा है. पहले चरण का काम समाप्त हो चुका है. अब दूसरे चरण का कम शुरू होने जा रहा है. इसी माह 15 तारीख से दूसरे चरण का काम शुरू हो जाएगा. लेकिन पहले चरण में एकत्रित डाटा अभी तक ऑनलाइन उपलोड नहीं किया गया है. मुजफ्फरपुर जिला सांख्यिकी पदाधिकारी ने इसके लिए सभी मास्टर ट्रेनर को पत्र लिखा है, जिसमें बताया है कि प्रथम चरण की मतगणना का काम पूर्ण होने के बाद भी दो प्रतिशत डाटा ऑनलाइन है. जो काफी गंभीर स्थिति है.
सभी मास्टर ट्रेनरों को निर्देश दिया गया है कि अपने चार्ज पदाधिकारी से समन्वय स्थापित कर डाटा को ऑनलाइन करें. प्रथम चरण में हुई जाति गणना में प्रखंड में जाति आधारित गणना के प्रथम चरण में 12 कॉलम में गणना की गयी. मकानों को सूचीबद्ध किया गया. अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी पश्चिमी पूजा प्रीतम को जिला विधि प्रशाखा के प्रभारी पदाधिकारी बनाया गया है. इसके साथ ही प्रशासन विभाग की ओर से गठित जिला स्तर के नोडल अधिकारी वरीय उप समाहर्ता सोनी कुमारी को जिला राजस्व प्रभारी, वरीय उपसमाहर्ता सौरभ कुमार को जिला स्तरीय गठित निगरानी कोषांग की जिम्मेदारी दी गयी है.
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बताते चलें कि दूसरी चरण के जातिगत जनगणना के लिए कुछ दिनों पूर्व ही 215 जातिओं के कोड की सूची सरकार ने जारी किया था. इस सूची में बिहार के अलग-अलग जातिओं के लिए अलग कोड निर्धारित किया गया था. कहा जा रहा है कि इस बार नाम दर्ज करने को लेकर सख्ती बरती जाएगी. अगर कोई दो बार अपना नाम दर्ज करना चाहेगा तो एप्प ऐसे लोगों को चिन्हित कर लेगा. ज्ञात हो कि बिहार में सात जनवरी से जनगणना शुरू हुई थी. पहले चरण में लोगों के घरों की गिनती की गई है. दूसरे चरण में जाति और आर्थिक जनगणना का काम होना है. इस चरण में लोगों से उनके जाती उपजती और आर्थिक स्थिति संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे.