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Caste Census Survey: जाति गणना की रिपोर्ट पर महागठबंधन और भाजपा में तकरार बरकरार, पढ़िए किसने क्या कहा…

Caste census survey 2024 के चुनाव में केंद्र की भाजपा सरकार को अपदस्थ कर इंडिया गठबंधन के अगले नेता का चयन घटक दलों की सहमति से कर लेंगे. पांच राज्यों में चुनाव की घोषणा के बाद जदयू किन प्रदेशों में चुनाव लड़ेगी इसपर उन्होंने कहा कि इसका फैसला पार्टी के स्तर पर किया जायेगा

वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि भाजपा के लोग जनता को गुमराह करने के लिए जाति गणना पर भ्रामक बातें कह रहे हैं. दो अक्तूबर को आंकड़े जारी होने के बाद तीन को नौ दलों की बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा था कि गणना में कोई विसंगति दिखे तो इसकी जानकारी दीजिये, सरकार संज्ञान लेगी. अब तक ये लोग प्रमाण के रूप में कुछ भी लेकर नहीं आये. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य केवल इंडिया गठबंधन को मजबूत करना है. बिहार में छह दलों का गठबंधन नीतीश कुमार के नेतृत्व में काम करेगा. मंत्री विजय कुमार चौधरी ने यह बात सोमवार को जदयू प्रदेश मुख्यालय में आयोजित मिलन समारोह के बाद पत्रकारों से कहीं.

मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि भाजपा के लोग कहते रहते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए सभी दरवाजे बंद हो चुके हैं. भाजपा के लोग पहले यह बताएं कि उनके दरवाजे पर खड़ा कौन है? भाजपा के सहयोगी दल कहते हैं कि एनडीए में अगर नीतीश कुमार आयेंगे तो उनका स्वागत है और दूसरी तरफ भाजपा दरवाजे बंद करने की बात कहती है. यह दर्शाता है कि एनडीए में ही भारी विरोधाभास है. उन्होंने कहा कि 2024 के चुनाव में केंद्र की भाजपा सरकार को अपदस्थ कर इंडिया गठबंधन के अगले नेता का चयन घटक दलों की सहमति से कर लेंगे. पांच राज्यों में चुनाव की घोषणा के बाद जदयू किन प्रदेशों में चुनाव लड़ेगी इस प्रश्न के जवाब में मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि इसका निर्णय पार्टी के स्तर पर बैठक कर पार्टी के नेता तय करेंगे. साथ ही सीट शेयरिंग के मुद्दे पर कहा कि सीट शेयरिंग समय पर हो जायेगा. सुधाकर सिंह के बयानों के संबंध में सवाल पर उन्होंने कहा कि सुधाकर सिंह के मुंह से आपने ऐसी बातें पहली बार सुनी है क्या?

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देश की हालत आपातकाल से बदतर

प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि देश की हालत आपातकाल से बदतर है. भाजपा के खिलाफ बात रखने वाले के घर तक इडी, सीबीआइ, आइटी पहुंचती है. इससे पहले मिलन समारोह में भाजपा के नेता सह विद्यापति प्रखंड के प्रमुख मनीष कुमार यादव, उप प्रमुख मृत्युंजय कुमार, पूर्व मुखिया रमाकांत राय और मो जाकिर ने जदयू की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की. इस दौरान विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी और मुख्यालय प्रभारी ‘‘स्थापना’’ चंदन कुमार सिंह भी मौजूद थे.

मोदी ने कहा-वैश्य एवं कुशवाहा जातियों को अति पिछड़ा सूची से बाहर करने की साजिश

पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद और नीतीश कुमार के इशारे पर तेली, तमोली, चौरसिया, दांगी सहित आधा दर्जन जातियों को अति पिछड़ा सूची से बाहर करने की जो साजिश रची जा रही है, उसे हम सफल नहीं होने देंगे. भाजपा इसका मुंहतोड़ जवाब देगी. श्री मोदी ने कहा कि वैश्य एवं कुशवाहा समाज को बांटने और इनकी आबादी कम दिखाने की मंशा जातीय सर्वे में उजागर हो चुकी है. दूसरी तरफ राजद के एक विधान परिषद सदस्य वैश्य एवं कुशवाहा जातियों को अति पिछड़ा सूची से बाहर कराने के लिए पदयात्रा और सम्मेलन आयोजित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिन अति पिछड़ी जातियों ने महागठबंधन को वोट नहीं दिया, उनके विरुद्ध तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुसलमानों में मल्लिक, शेखड़ा और कुल्हिया ऊंची जातियां हैं, लेकिन अति पिछड़ा वर्ग में शामिल कर इन्हें आरक्षण का लाभ दिया जा रहा है. श्री मोदी ने कहा कि मुसलमानों में जिन्हें शेरशाहबादी जाति का बताया गया है, वे बांग्लादेशी हैं और बांग्ला बोलते हैं. सुरजापुरी को मुस्लिम जाति दिखाया गया है, जबकि सुरजापुरी भाषा है. इन सारी विसंगतियों और त्रुटियों को दूर करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि ऊंची जातियों के मुसलमानों को अति पिछड़ा सूची से बाहर कर अति पिछड़ों की हकमारी बंद की जानी चाहिए.

भाजपा अतिपिछड़ो का हित दबाने के लिए जाति गणना नहीं करवा रही है

जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता राजीव रंजन ने सोमवार को कहा है कि अतिपिछड़ों का हित कुचलने के लिए ही केंद्र की भाजपा सरकार जाति गणना नहीं करवा रही है. अंतिम जाति जनगणना में देश में अतिपिछड़ों की संख्या 31 फीसदी थी, लेकिन बिहार और ओडिशा में हाल की गणनाओं की रिपोर्ट से लगता है कि अतिपिछड़ा समाज देशभर में बहुसंख्यक है. यदि राष्ट्रीय स्तर पर जाति गणना हो अतिपिछड़ों की संख्या आधी आबादी से भी अधिक निकलेगी. इसलिए राष्ट्रीय स्तर जाति गणना करवाना मौजूदा वक्त की सबसे बड़ी जरूरत है. जदयू महासचिव ने कहा कि भाजपा को बताना चाहिए कि बिना अतिपिछड़ों का विकास किये वह देश के विकास का अपना वादा कैसे पूरा करने वाले हैं? भाजपा बताये कि जिस देश की आधी आबादी पर अतिपिछड़ा होने का ठप्पा लगा हो, उसे आगे बढ़ाये बिना वह देश को विश्वगुरु कैसे बनायेंगे? वह बताये कि यदि आजादी के अमृत काल में अतिपिछड़ों को उनका हक नहीं मिलेगा तो फिर कब मिलेगा? भाजपा यह जान ले कि उसके अतिपिछड़ा विरोधी रवैए से समाज में आक्रोश पनप रहा है, जिसका खामियाजा उन्हें आगामी चुनाव में भोगना ही पड़ेगा.

रालोजपा ने कहा जाति गणना पूरी तरह से फर्जी

जाति गणना की रिपोर्ट पर रालोजपा ने सवाल उठाया है.पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता ललन कुमार चंद्रवंशी ने बताया कि राज्य सरकार ने अपनी वाहवाही लूटने के चक्कर में जाति गणना के माध्यम से लोगों को गुमराह किया है. यह रिपोर्ट सत्य से कोसों दूर है. अब तो इस जाति गणना को विपक्ष के अलावा सरकारी पक्ष के नेता भी इसे फर्जीवाड़ा बताने लगे हैं.

सीताराम येचुरी ने कहा कि पूरे देश में जाति गणना कराना हमारी पुरानी मांग

दिग्गज वाम नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि इंडिया गठबंधन मजबूती के साथ चलेगा. जो लोग समझ रहे हैं कि यह गठबंधन टूट जायेगा. वे पूरी तरह गलत होंगे. हमें भाजपा से नहीं , देश की जनता से मतलब है. इंडिया गठबंधन में शामिल लोग उसका समर्थन करते रहेंगे. कांग्रेस के तरफ से देशभर में जाति गणना करवाये जाने की मांग से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि हम तो पहले से ही इसकी मांग कर रहे थे. उन्हाेंने जोर देकर कहा कि पिछले नौ साल में जाति गणना क्यों नहीं करवायी गयी. ये लोग डर क्यों रहे हैं? इसकी वजह क्या है? हम लोग तो अब भी यही मांग कर रहे हैं.

जाति गणना में माली समाज की संख्या कम होने का आरोप

माली समाज के नेता पृथ्वी कुमार माली ने सोमवार को कहा है कि जाति गणना में माली समाज की संख्या को जान बूझकर कम आंका गया है. वर्तमान में बिहार में माली समाज की संख्या 20 लाख से ज्यादा है. जाति गणना में बिहार में मात्र 3.30 लाख माली समाज के लोग हैं. सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से एन सिन्हा समाज अध्ययन संस्थान में वर्ष 2016 में करायी गयी माली मालाकार जातियों की इथनोग्राफी रिपोर्ट में यह संख्या 13 लाख 15 हजार है.

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